लंबे समय से चल रही प्रक्रिया पायलट ने कहा कि राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की प्रक्रिया लंबे समय से चल रही है। गौरतलब है कि अमरीकी दौरे के दौरान राहुल ने कहा था कि वह कांग्रेस नेतृत्व का उत्तरदायित्व संभालने के लिए तैयार हैं। सचिन पायलट से जब पूछा गया कि क्या प्रियंका गांधी पूरी तरह से राजनीति में कब एंट्री करेंगी तो उन्होंने कहा कि ये तो प्रियंका ही बताएंगी । वैसे यह उनका एवं उनके परिवार का निजी फैसला होगा इसके बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता।
वंशवाद पर पायलट ने कसा तंज सचिन पायलट ने वंशवाद राजनीति पर भी अपनी पार्टी का बचाव किया है। पायलट ने कहा कि किसी भी नेता के अंतिम नाम को उन्हें राजनीति में अयोग्य ठहराने के तौर पर नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी नेता का मूल्य आखिरकार उसका प्रदर्शन ही तय करता है। उन्होंने कहा कि ‘मैं वंशवाद की राजनीति का समर्थन नहीं करता और न इसका विरोधी हूं। मैं मानता हूं व्यक्तिगत क्षमता ही किसी की कामयाबी की पहचान है। परिवार ही एक वजह नहीं होती, जिसकी वजह से कोई सार्वजनिक जीवन में आता है।’
बीजेपी के मार्गदर्शक मंडल से बढ़कर कोई मजाक नहीं
सचिन पायलट ने बीजेपी में कथित ऐज फैक्टर पर भी निशाना साधा। पायलट ने कहा, ‘राजनीति में मापदंड चयन के लिए नहीं बल्कि लोगों को हटाने के लिए बनाए जाते हैं। हमें पुरानी पीढ़ी के अनुभवों का पूरा लाभ उठाना चाहिए। हम (कांग्रेस) बीजेपी की तरह मार्गदर्शक मंडल बनाने में विश्वास नहीं करते। बीजेपी के मार्गदर्शक मंडल से बढ़कर कोई मजाक नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि राजनीति में एक दूसरे के प्रतिद्विंदी हो सकते हैं लेकिन एक दूसरे के दुश्मन नहीं।
सचिन पायलट ने बीजेपी में कथित ऐज फैक्टर पर भी निशाना साधा। पायलट ने कहा, ‘राजनीति में मापदंड चयन के लिए नहीं बल्कि लोगों को हटाने के लिए बनाए जाते हैं। हमें पुरानी पीढ़ी के अनुभवों का पूरा लाभ उठाना चाहिए। हम (कांग्रेस) बीजेपी की तरह मार्गदर्शक मंडल बनाने में विश्वास नहीं करते। बीजेपी के मार्गदर्शक मंडल से बढ़कर कोई मजाक नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि राजनीति में एक दूसरे के प्रतिद्विंदी हो सकते हैं लेकिन एक दूसरे के दुश्मन नहीं।