शरद पवार की मांग पर जांच कराने में हर्ज क्या है? सियासी संकट को लेकर संजय राउत ने कहा है कि अगर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने तय किया है कि अनिल देशमुख के ऊपर जो आरोप लगे हैं उनमें तथ्य नहीं है और उनकी जांच होनी चाहिए तो इसमें गलत क्या है? आरोप सभी नेताओं के ऊपर लगते रहते हैं। अगर सबसे इस्तीफा ले लिया जाए तो सरकार चलाना मुश्किल हो जाएगा।
बार-बार इस्तीफे की मांग क्यों? उन्होंने कहा कि कि गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि लेटर बम में शामिल कंटेंट की जांच होनी चाहिए। सीएम को इसकी जांच करानी चाहिए। अगर सरकार इस जांच की चुनौती को स्वीकार करने के लिए तैयार है तो इस्तीफे का मुद्दा बार-बार क्यों उठाया जा रहा है?
परम बीर की चिट्ठी सोची समझी साजिश वहीं उद्धव सरकार में एनसीपी कोटे से मंत्री और वरिष्ठ नेता नवाब मलिक न कहा है कि हमें लगता है कि परम बीर सिंह की चिट्ठी एक सोची समझी साजिश का हिस्सा है। परमबीर सिंह की दिल्ली में किस-किस से मुलाकात हुई थी उसकी हमें जानकारी है। जांच के माध्यम से सच्चाई सामने आ जाएगी।