शरद पवार ने कहा कि यह बात बिल्कुल ही निराधार है कि प्रशांत किशोर के साथ राष्ट्रपति चुनाव लड़ने को लेकर मेरी बातचीत हुई है.. इसका सवाल ही नहीं उठता है। मुझे नहीं मालूम कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए क्या गणित लगाया गया है.. लेकिन जब वे मुझसे मिले थे तब हमारी बातचीत गैर-राजनीतिक थी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर हमारे बीच कोई बातचीत नहीं हुई।
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मालूम हो कि तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में ये कहा जा रहा है कि एनसीपी प्रमुख विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे और इसी संदर्भ में चर्चा के लिए प्रशांत किशोर शरद पवार के साथ मिलने के बाद गांधी परिवार के साथ मुलाकात की थी। रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि तमाम विपक्षी दलों को साधने के लिए प्रशांत किशोर रणनीति बना रहे हैं, ताकि शरद पवार को विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जा सके।
गांधी परिवार से प्रशांत किशोर ने की थी मुलाकात
बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद प्रशांत किशोर ने करीब तीन बार शरद पवार से मुलाकात की। इसके बाद बीते दिन मंगलवार को दिल्ली स्थित राहुल गांधी के आवास पर उनसे मुलाकात की। इस बैठक में प्रियंका गांधी, केके वेणुगोपाल और पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरिश रावत भी मौजूद थे। इतना ही नहीं बताया जा रहा है कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सोनिया गांधी भी इस बैठक में शामिल हुईं। इसके बाद से ही सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है।
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मालूम हो कि 2022 में जून के आखिर या जुलाई के दूसरे हफ्ते में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हो सकते हैं। चूंकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 26 जुलाई 2022 को पूरा होगा। ऐसे में इससे पहले ही नए राष्ट्रपति की तलाश होगी।
हालांकि, ये माना जा रहा है कि इस बार भी सत्ता पक्ष यानी एनडीए की ओर से ही राष्ट्रपति बनाए जा सकते हैं, क्योंकि बहुमत के लिए सत्ता पक्ष की तरफ मजबूती दिखाई पड़ रही है। हालांकि, आने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम ये गणित बदल सकते हैं।