ट्वीट करके लड़ाई जारी रखने की बात कही
शरद ने ट्वीट किया, “मुझे राज्यसभा से अयोग्य घोषित किया गया क्योंकि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को हराने के लिए बनाए गए महागठबंधन को 18 महीने बाद सत्ता में बने रहने के लिए तोड़ दिया गया। अगर इस गैर-लोकतांत्रिक कार्यशैली के खिलाफ बोलना मेरी गलती है तो मैं लोकतंत्र को बचाने के लिए अपनी लड़ाई जारी रखूंगा।”
शरद ने ट्वीट किया, “मुझे राज्यसभा से अयोग्य घोषित किया गया क्योंकि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को हराने के लिए बनाए गए महागठबंधन को 18 महीने बाद सत्ता में बने रहने के लिए तोड़ दिया गया। अगर इस गैर-लोकतांत्रिक कार्यशैली के खिलाफ बोलना मेरी गलती है तो मैं लोकतंत्र को बचाने के लिए अपनी लड़ाई जारी रखूंगा।”
सोमवार को भेजा गया था नोटिस
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए शरद ने पुष्टि की कि सोमवार रात उन्हें एक नोटिस भेजा गया। उन्होंने कहा, ‘मुझे मेरी पत्नी ने सूचित किया था कि रात लगभग 10 बजे एक नोटिस आया था।’उन्होंने बताया कि नोटिस 15 पन्नो से अधिक का है, इसलिए वह इस पर बाद में किसी भी तरह की टिप्पणी करेंगे।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए शरद ने पुष्टि की कि सोमवार रात उन्हें एक नोटिस भेजा गया। उन्होंने कहा, ‘मुझे मेरी पत्नी ने सूचित किया था कि रात लगभग 10 बजे एक नोटिस आया था।’उन्होंने बताया कि नोटिस 15 पन्नो से अधिक का है, इसलिए वह इस पर बाद में किसी भी तरह की टिप्पणी करेंगे।
नीतीश कुमार ने दायर की थी याचिका
उपराष्ट्रपति व राज्यसभा अध्यक्ष एम. वैंकेया नायडू ने सोमवार को यादव और अली अनवर की राज्यसभा सदस्यता रद्द कर दी थी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाले जद (यू) गुट ने यादव और अंसारी की अयोग्यता के लिए याचिका दायर की थी, जिसके बाद यह कार्रवाई हुई।
उपराष्ट्रपति व राज्यसभा अध्यक्ष एम. वैंकेया नायडू ने सोमवार को यादव और अली अनवर की राज्यसभा सदस्यता रद्द कर दी थी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाले जद (यू) गुट ने यादव और अंसारी की अयोग्यता के लिए याचिका दायर की थी, जिसके बाद यह कार्रवाई हुई।
नीतीश के भाजपा से जुड़ने के बाद टूटा था महागठबंधन
नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ फिर से जुड़ने के लिए राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस संग अपने महागठबंधन को तोड़ दिया था, जिसके बाद शरद, अंसारी और जदयू का एक धड़ा नीतीश से अलग हो गया था। पिछले महीने निर्वाचन आयोग ने नीतीश कुमार की अगुवाई वाले गुट को ही असली पार्टी बताया था और उसे चुनाव चिन्ह तीर का इस्तेमाल करने की अनुमति भी दी थी।
नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ फिर से जुड़ने के लिए राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस संग अपने महागठबंधन को तोड़ दिया था, जिसके बाद शरद, अंसारी और जदयू का एक धड़ा नीतीश से अलग हो गया था। पिछले महीने निर्वाचन आयोग ने नीतीश कुमार की अगुवाई वाले गुट को ही असली पार्टी बताया था और उसे चुनाव चिन्ह तीर का इस्तेमाल करने की अनुमति भी दी थी।
सुप्रीम कोर्ट जायेंगे अली अनवर
खबरों कि माने तो इस नतीजे के बाद अली अनवर ने सुप्रीम कोर्ट जाने का दावा किया है।अनवर ने कहा कि इस फैसले से हम लोग डरने वाले नहीं है। संसदीय इतिहास में ये पहला फैसला है जहां राज्यसभा के सभापति ने खुद किया हो. जबकि इससे पहले जो फैसले हुए हैं वो प्रोविजिनल कमेटी, एथिक्स कमेटी के जरिए हुए है। उन्होंने शायरी करते हुए अपना जवाब दिया और कहा- ‘न मैं गिरा, न मेरे हौसले की मिनार गिरे, पर मुझे गिराने में कुछ लोग कई बार गिरे’।
खबरों कि माने तो इस नतीजे के बाद अली अनवर ने सुप्रीम कोर्ट जाने का दावा किया है।अनवर ने कहा कि इस फैसले से हम लोग डरने वाले नहीं है। संसदीय इतिहास में ये पहला फैसला है जहां राज्यसभा के सभापति ने खुद किया हो. जबकि इससे पहले जो फैसले हुए हैं वो प्रोविजिनल कमेटी, एथिक्स कमेटी के जरिए हुए है। उन्होंने शायरी करते हुए अपना जवाब दिया और कहा- ‘न मैं गिरा, न मेरे हौसले की मिनार गिरे, पर मुझे गिराने में कुछ लोग कई बार गिरे’।
जदयू प्रवक्ता ने कसा शरद यादव पर तंज
वहीं जद(यू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने मंगलवार को शरद यादव पर तंज कस्ते हुए नसीहत दी कि अब केवल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद ‘जिंदाबाद’ कहने से काम नहीं चलेगा अब लालू के पुत्र तेजस्वी, तेजप्रताप और राबड़ी देवी का भी गुणगान करना होगा।
वहीं जद(यू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने मंगलवार को शरद यादव पर तंज कस्ते हुए नसीहत दी कि अब केवल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद ‘जिंदाबाद’ कहने से काम नहीं चलेगा अब लालू के पुत्र तेजस्वी, तेजप्रताप और राबड़ी देवी का भी गुणगान करना होगा।