दरअसल, विपक्षी एकता रैली में संबोधित करते हुए शरद यादव ने कहा कि बोफोर्स की लूट, फौज का हथियार और फौज का जहाज यहां लाने का काम हुआ है। ये जो सरकार है, भारत के लोग सीमा पर शहादत दे रहे हैं और डकैती डालने का काम बोफोर्स में हुआ है और डकैती हो गई है। शरद यादव ने जैसे ही यह कहा, इसके बाद टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्होंने पास जाकर शरद यादव को उनकी फिसली जुबान पर इशारा किया। भूल का अहसास होते ही शरद यादव ने जोर से कहा कि राफेल, माफ करना मैं गलती से बोफोर्स बोल गया था। इसके बाद फिर ममता आईं और बोली कि कभी-कभी जुबान फिसल जाती है। बोफोर्स नहीं राफेल ही था।
लोजद के प्रमुख शरद यादव के इस भूल से भाजपा को पलटवार करने का मौका मिल गया। भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से शरद यादव के भाषण का वह छोटा सा क्लिप जारी किया, जिसमें वह रफाल की जगह बोफोर्स बोलते दिखाई दे रहे हैं। शरद यादव के इस भाषण के हिस्से पर भाजपा ने कैप्शन लिखा है- महागठबंधन के मंच पर नेताओं की जुबान से निकला सच।