इस दौरान शशि थरूर ने नेहरू से जुड़ी एक कहानी सुनाते हुए कहा कि एक बार अमरीकी पत्रकार ने पंडित नेहरु से पूछा था कि आप अपनी विरासत को किस तरह से देखना चाहेंगे? तो पंडित नेहरू ने अपने जवाब में कहा था कि वह देश की जनता खुद सरकार चलाते देखना चाहते हैं। यही कारण है कि उनके निधन के बाद भी देश अपनी गति से आगे बढ़ता रहा। कांग्रेस ने कि आज हमारे देश में लोकतंत्र पंडित नेहरू की वजह से ही है। उन्होंने कहा कि आज अगर एक ‘चायवाला’ देश का प्रधानमंत्री बना है तो यह केवल पंडित नेहरू द्वारा बनाई गई लोकतांत्रिक संस्थाओं के कारण ही संभव हो सका है।
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इस दौरान थरूर ने नेहरू की धर्मनिरपेक्षता को भी याद किया। पंडित नेहरु के कई मित्र और यहां तक कि घर में काम करने वाले लोग मुस्लिम थे। इन लोगों के लिए नेहरू के मन में आदर भाव था। यह उनकी धर्मनिरपेक्षता का ही उदाहरण है कि उन्होंने एक बार कहा था कि ये मुल्ला, साधू या संत देश की हर समस्या का निपटारा नहीं कर सकते।