बताया विपक्ष को जीतने की स्थिति में
शत्रुघ्न सिन्हा ट्वीट किया, ‘हम सीट बेल्ट बांधने का सुझाव देते हैं, क्योंकि आगे अशांत समय है। हमने पहले ही बिना कामकाज वाले संसद सत्र का अनुमान लगाया था। संसद सत्र में हमारे लोगों के जाम की वजह से कठिन दिन हमारी ओर घूर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेसी नेताओं की जमकर तारीफ भी की है। उन्होंने आगे लिखा कि बहुत लोगों को लगता है कि ये आखिरी संसद सत्र है, मैं प्रार्थना करता हूं कि ये सत्र पूरा चले। लेकिन मेरी दुआ है कि यह अपना कार्यकाल पूरा करे।काम न करने वाली संसद में बहुत से जरूरी काम ? हो रहे हैं, जहां विपक्ष जीतने की स्थित में है।
कांग्रेस नेताओं की तारीफ की
सिन्हा ने मुश्किल परिस्थितियों का जिक्र करते हुए सिन्हा ने कांग्रेस नेताओं की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि किसानों के मुद्दे, नोटबंदी के दुष्परिणाम, जटिल जीएसटी और सीलिंग जैसे मुद्दों के साथ-साथ कांग्रेस के नए-नए अध्यक्ष बने राहुल गांधी का नया अवतार विपक्ष के लिए काफी फायदेमंद है। वह सोनिया गांधी , मनमोहन सिंह , मल्लिकार्जुन खड़गे, पी. चिदंबरम, रणदीप सुरजेवाला, नवजोत सिंह सिद्धू जैसे कांग्रेस नेताओं की नेतृत्व क्षमता के कायल दिखे।
सोमवार को भी नहीं पेश हो सका अविश्वास प्रस्ताव
आज भी लोकसभा में तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी), वाईएसआर कांग्रेस और एआईएडीएमके के सांसदों के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। हालांकि सरकार का कहना है कि वह अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तैयार है। इस बीच वाईएसआर कांग्रेस और टीडीपी ने सरकार पर आरोप लगाया है कि अविश्वास प्रस्ताव को रोकने के लिए एआईएडीएमके के सांसद जानबूझकर कावेरी जल विवाद के मुद्दे पर हंगामा खड़ा कर रहे हैं।
मालूम हो कि वाईएसआर कांग्रेस और टीडीपी मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा में पेश करना चाहती है। दोनों दलों को कांग्रेस, टीएमसी, आरजेडी, एनसीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, वामदल समेत अन्य पार्टियों ने साथ देने का वादा किया है। जबकि सरकार की सहयोगी शिवसेना ने कहा है कि वह अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के समय अनुपस्थित रहेगी। साफ है कि शिवसेना न तो सरकार का और न ही विपक्ष का साथ खड़ी दिखना चाहती है।