राम मंदिर पर थरूर का विवादित बयान, अच्छे हिंदू धार्मिक स्थल तोड़कर मंदिर नहीं बनाना चाहते
अयोध्या मामले में मोदी सरकार को साहस दिखाना चाहिए
वहीं, इससे पहले बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने अपने मुखपत्र के जरिए रविवार को केंद्र सरकार से कहा कि उसे साहस दिखाते हुए अयोध्या में विवादित स्थल पर मंदिर का निर्माण कार्य शुरुकरना चाहिए। राज्यसभा सांसद राउत ने मुखपत्र में छपे एक लेख के जरिए कहा कि यदि मुसलमान खुद ही अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की इजाजत दे देते हैं तो उनका यह फैसला वोट बैंक की राजनीति को खत्म कर देगा।
अध्यादेश लाकर राम मंदिर का निर्माण शुरू करना चाहिए
शिवसेना नेता राउत ने कहा कि ऐसी आशंका जताई जाती है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण प्रारंभ हुआ तो दंगे शुरू हो जाएंगे, ये सब बातें बेबुनियाद है। उन्होंने ने कहा कि मोदी सरकार को कुछ साहस दिखाना चाहिए और एक अध्यादेश लाकर राम मंदिर का निर्माण प्रारंभ करना चाहिए। राउत ने आगे कहा कि ईरान और पाकिस्तान जैसे देशों में कई मस्जिदों को ढहाया गया है। ऐसे कई उदाहरण हमारे सामने हैं। इस सच्चाई को मुसलमानों को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस दिन ऐसा होगा, तभी वोट बैंक की राजनीति को तगड़ा झटका लगेगा।
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बीजेपी खेलेगी अयोध्या कार्ड
वहीं, राउस ने बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी लोकसभा चुनाव जीतने के लिए हर हाल में अयोध्या कार्ड खेल सकती है। राउत ने कहा, ‘स्वामी ने कहा है कि देश मुश्किल समय से गुजर रहा है। मोदी सरकार मंदिर निर्माण में नाकाम रही है लेकिन वे हिंदू कार्ड खेल कर चुनाव जीतेंगे।’ गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर विवाद की सुनवाई कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट 29 अक्टूबर से राम मंदिर के टाइटिल सूट पर दोबारा सुनवाई शुरू करेगा।