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शिवसेना ने मोदी सरकार से पूछा- क्या किसानों की खुदकुशी ही हैं ‘अच्छे दिन’

Published: Jun 25, 2018 05:56:51 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

शिवसेना ने केंद्र और महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकारों पर दोषारोपण करते हुए कहा कि इन लोगों ने गरीबी, जीने के संसाधनों की कमी और सरकार की आर्थिक नीतियों के कारण पड़ने वाले वित्तीय बोझ के चलते इन लोगों ने खुदकुशी की है।

Shiv Sena

शिवसेना ने मोदी सरकार से पूछा- क्या किसानों की खुदकुशी ही हैं ‘अच्छे दिन’

नई दिल्ली। एनडीए की सहयोगी लेकिन बीजेपी का खुलकर विरोध कर रही शिवसेना ने सोमवार को मोदी सरकार के अच्छे दिन को लेकर तीखा हमला बोला है। महाराष्ट्र में किसानों और दूसरे लोगों द्वारा आत्महत्या करने की घटनाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि क्या यही उनके ‘अच्छे दिन’ के वादे हैं? शिवसेना ने केंद्र और महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकारों पर दोषारोपण करते हुए कहा कि इन लोगों ने गरीबी, जीने के संसाधनों की कमी और सरकार की आर्थिक नीतियों के कारण पड़ने वाले वित्तीय बोझ के चलते इन लोगों ने खुदकुशी की है।
गंभीर संकट में महाराष्ट्र के किसान

शिवसेना ने पार्टी मुखपत्र सामना और दोपहर का सामना के संपादकीय में लिखा है कि वास्तविकता यह है कि महाराष्ट्र गंभीर संकट में है और लोगों को भूखे रहना पड़ता है, उनके पास जरूरतों की पूर्ति के साधन नहीं है। इसलिए पूरा-पूरा परिवार खुदकुशी कर रहा है। आत्महत्या की ये घटनाएं न सिर्फ मुफ्फसिल इलाके में, बल्कि मुंबई में भी हो रही हैं।
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पार्टी ने 4 घटनाओं को जिक्र कर बीजेपी सरकार पर हमला बोला। पहली घटना- मुंबई में प्रवीण पटेल और रीना दंपति के 11 वर्ष के बेटे साथ आत्महत्या करने की घटना का जिक्र किया और कहा कि परिवार ने कैंसर से पीड़ित अपनी 14 साल की बेटी के इलाज के लिए भारी कर्ज लिया था। हाल ही में उनकी बेटी की मृत्यु हो गई। कर्ज अदा करने में लाचार होने पर परिवार ने खुदकुशी कर ली। दूसरी घटना शिवसेना ने कहा कि पिछले सप्ताह सरकारी कर्मचारी राजेश भिंगरे द्वारा आत्महत्या करने की घटना से मुंबई एक बार फिर सन्न रह गई। घर का खर्च चलाने में लाचार भिंगरे ने दो बच्चे और पत्नी समेत खुदकुशी कर ली।
तीसरी घटना सोलापुर जिले के पंढरपुर में 21 साल की इंजीनियरिंग की छात्रा अलीशा नवाते ने इसलिए आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसके माता-पिता उसकी पढ़ाई का खर्च उठाने में अक्षम थे। चौथी घटना- अहमदनगर जिले के पोखरी-बालेश्वर गांव में संतूजी फटंगरे ने अपनी दो नाबालिग बेटियों की गला दबाकर हत्या करने के बाद खुद भी जान दे दी, क्योंकि वह परिवार का भरण-पोषण नहीं कर पा रहे थे।
मोदी के विदेश दौरे पर उठाए सवाल
शिवसेना ने कहा कि कर्ज के बोझ से दबे किसानों की आत्महत्या की घटनाएं अबतक सिर्फ विदर्भ में देखी जाती थीं, मगर अब मुंबई समेत पूरे राज्य से इस तरह की रपट मिल रही है। लोग गरीबी और भूख से निराश हैं और आत्महत्या कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर हमला बोलते हुए शिवसेना ने कहा कि दोनों बार-बार विदेशों के दौरे पर जाते हैं और वहां से लौटने पर हर बार विकास और समृद्धि लाने की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, जो कहीं दिखती नहीं है।
संपर्क से समर्थन पहल पर भी हमला

बीजेपी की ओर से हाल ही में शुरू की गई संपर्क से समर्थन पहल पर सेना ने कहा कि वे (बीजेपी के लोग) माधुरी दीक्षित, सलमान खान, टाटा और बिड़ला के संपर्क में हैं, लेकिन देश के गरीबों से उनका संपर्क टूट गया है। शिवेसना ने कहा कि जनता की जो ज्वलंत समस्याएं हैं, उनको समझने में बीजेपी विफल रही है।

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