शिवसेना ने समर्थन का किया था वादा गौरतलब है कि शिवसेना ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के मुद्दे पर मोदी सरकार को साथ देने का वादा किया था। लंबे अरसे से भाजपा के खिलाफ और कांग्रेस के साथ खड़ी शिवसेना ने आज साफ कर दिया है कि वो शुक्रवार को भाजपा के पक्ष यानी अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करेगी। शिवसेना के इस निर्णय से भाजपा को बहुत बड़ी राहत मिली है। पार्टी ने शुक्रवार को भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए सांसदों को व्हिप भी जारी कर दिया है।
भाजपा को बड़ी राहत इससे पहले पालघर उपचुनाव हारने के बाद से शिवसेना से भाजपा से लगभग नाता तोड़ लिया था। पार्टी महाराष्ट्र में अकेले दम पर लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा पहले ही कर चुकी है। इसके बाद हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मुम्बई पहुंचकर उद्धव ठाकरे से उनके घर मातो श्री पर मुलाकात की थी। दो बार की मुलाकात में यह स्पष्ट नहीं हो हुआ कि एनडीए में सबसे पुराना सहयोगी लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ेगा या अलग-अलग। हालांकि मुम्बई से शाह के वापस लौटने के बाद शिवसेना से साफ कर दिया था कि वो इस बार चुनाव अकेले लड़ेगी। शिवसेना के इस रुख से भाजपा असमंजस में थी। एनडीए दरार से मोदी सरकार के खिलाफ माहौल बनने लगी थी। लेकिन शिवसेना के इस निर्णय से भाजपा ने राहत की सांस ली है।