श्रीधरन के अनुसार कई लोगों ने उनसे पूछा कि वे इस उम्र में राजनीति में क्यों शामिल हुआ। इसका जवाब है कि वे देश के लिए की कई योजनाओं पर काम कर चुके हैं। इस उम्र में भी काम करने के लिए मेरे पास काफी ताकत है और मैं केरल के विकास के लिए काम करना चाहता हूं।
West Bengal: ब्रिगेड ग्राउंड में गरजे पीएम, कहा-ममता सिर्फ एक ही भतीजे की बुआ तक सीमित क्यों? गौरतलब है कि 88 वर्षीय टेक्नोक्रैट श्रीधरन ने गुरुवार को दिल्ली मेट्रो रेल निगम के साथ अपने 24 वर्ष के करियर को समाप्त करने के अपने निर्णय की घोषणा की।
श्रीधरन भाजपा के टिकट पर छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेंगे। उन्होंने डीएमआरसी के प्रधान सलाहकार के पद से इस्तीफा दे दिया है, इसके बाद अब वह नामांकन पत्र भरेंगे। डेढ़ वर्ष पहले श्रीधरन ने एक साक्षात्कार में राजनीति में की बात यह कहकर यह कहकर टाल दिया था कि राजनीति उनके बस की बात नहीं है।
‘मेट्रो मैन’ के केरल में भाजपा में शामिल होने की घोषणा के बाद जब उन्हें राजनीति में न जाने की उनकी बात याद दिलाई गई तो उन्होंने बेहद नरमी से स्वीकार किया कि तकनीकी विशेषज्ञ के रूप में अहम परियोजना पर काम करने के दौरान वह राजनीति में आने के बारे में नहीं सोच रहे थे, लेकिन अब जबकि वह अपनी तमाम पेशेवर जिम्मेदारियों को पूरा कर चुके हैं, उन्होंने राजनीति में आने का विचार किया।