खरगोन.
शहर में मंगलवार को अधिष्ठाता भगवान श्री सिद्धनाथ महादेव शाही ठाठ से नगर भ्रमण पर निकले। उनकी एक झलक पाने के लिए भक्त भी पलख पावड़े बिछाकर सड़कों पर उतर आए। भगवान के दर्शन से नवग्रह की नगरी भी निहाल हो गई। सुबह नौ बजे मंदिर के गर्भगृह में आरती के बाद भगवान सिद्धनाथ महादेव और महाबलेश्वर महादेव श्रृंगारित पालकी में विराजित होकर यात्रा पर निकले। मंदिर स्थापनाकर्ता मल्लीवाल परिवार के गुलाबचंद भावसार ने पूजा अर्चना की। झांझ, मंजिरों और ताशों के साथ जैसे ही भगवान की पालकी जनता के बीच पहुंची, वैसे ही गुलाब की पंखुडियों की वर्षा कर स्वागत किया गया। शिवडोला आयोजन का ५०वां वर्ष होने से भव्य स्वरूप नजर आया। खरगोन सहित आसपास के कई गांवों से करीब एक लाख से अधिक लोगों ने बाबा सिद्धनाथ के दर्शन किए। नगर भ्रमण को निकले सिद्धनाथ महादेव का काफिला २७ घंटे जनता के बीच रहा। वहीं देर रात्रि में मंदिर में पूजा-अर्चना कर शिवडोले का समापन होगा।
शहर में मंगलवार को अधिष्ठाता भगवान श्री सिद्धनाथ महादेव शाही ठाठ से नगर भ्रमण पर निकले। उनकी एक झलक पाने के लिए भक्त भी पलख पावड़े बिछाकर सड़कों पर उतर आए। भगवान के दर्शन से नवग्रह की नगरी भी निहाल हो गई। सुबह नौ बजे मंदिर के गर्भगृह में आरती के बाद भगवान सिद्धनाथ महादेव और महाबलेश्वर महादेव श्रृंगारित पालकी में विराजित होकर यात्रा पर निकले। मंदिर स्थापनाकर्ता मल्लीवाल परिवार के गुलाबचंद भावसार ने पूजा अर्चना की। झांझ, मंजिरों और ताशों के साथ जैसे ही भगवान की पालकी जनता के बीच पहुंची, वैसे ही गुलाब की पंखुडियों की वर्षा कर स्वागत किया गया। शिवडोला आयोजन का ५०वां वर्ष होने से भव्य स्वरूप नजर आया। खरगोन सहित आसपास के कई गांवों से करीब एक लाख से अधिक लोगों ने बाबा सिद्धनाथ के दर्शन किए। नगर भ्रमण को निकले सिद्धनाथ महादेव का काफिला २७ घंटे जनता के बीच रहा। वहीं देर रात्रि में मंदिर में पूजा-अर्चना कर शिवडोले का समापन होगा।
एक रंग में नजर आई भारत की संस्कृति
शिवडोला आयोजन में भारत की संस्कृति का अनूठा संगम नजर आया। आठ अलग-अलग राज्यों के कलाकारों ने नृत्यों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को भी रोमांचित कर दिया। चल समारोह में ३० से अधिक झांकियां भी शामिल रही, जो आकर्षण का केंद्र थी। विभिन्न अखाड़ों के पहलवानों ने भी हैरतअंगेज करतब दिखाए।
शिवडोला आयोजन में भारत की संस्कृति का अनूठा संगम नजर आया। आठ अलग-अलग राज्यों के कलाकारों ने नृत्यों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को भी रोमांचित कर दिया। चल समारोह में ३० से अधिक झांकियां भी शामिल रही, जो आकर्षण का केंद्र थी। विभिन्न अखाड़ों के पहलवानों ने भी हैरतअंगेज करतब दिखाए।
हर कदम पर लगे थे सेवा स्टॉल
शिवडोले में शामिल शिवभक्तों की सेवा में कदम-कदम पर सेवा स्टाल लगे हुए थे। करीब ८० से अधिक स्थानों पर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा सेवा स्टॉल लगाकर भक्तों को स्वल्पहार और चाय-पानी का वितरण किया गया। उधर, आयोजन को देखते हुए पुलिस और प्रशासन की चाक चौबंद व्यवस्था रही। शिवडोला मार्ग पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवान और अधिकारी तैनात नजर आए।
शिवडोले में शामिल शिवभक्तों की सेवा में कदम-कदम पर सेवा स्टाल लगे हुए थे। करीब ८० से अधिक स्थानों पर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा सेवा स्टॉल लगाकर भक्तों को स्वल्पहार और चाय-पानी का वितरण किया गया। उधर, आयोजन को देखते हुए पुलिस और प्रशासन की चाक चौबंद व्यवस्था रही। शिवडोला मार्ग पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवान और अधिकारी तैनात नजर आए।
५० वें वर्ष में हुआ भव्य आयोजन
शहर में शिवडोले की शुरुआत पांच दशक पूर्व हुई थी। इसके बाद से हर साल यह आयोजन होता रहा है। निमाड़ के लिए यह आयोजन अब एक उत्सव का रूप ले चुका है। जिसका पूरे साल भक्तों को बेसब्री से इंतजार रहता है। उल्लेखनीय है कि शिवडोला आयोजन प्रदेश के तीन बड़े धार्मिक आयोजनों में शामिल है।
शहर में शिवडोले की शुरुआत पांच दशक पूर्व हुई थी। इसके बाद से हर साल यह आयोजन होता रहा है। निमाड़ के लिए यह आयोजन अब एक उत्सव का रूप ले चुका है। जिसका पूरे साल भक्तों को बेसब्री से इंतजार रहता है। उल्लेखनीय है कि शिवडोला आयोजन प्रदेश के तीन बड़े धार्मिक आयोजनों में शामिल है।
लोक नृत्य का रहेगा आकर्षण
-भांगड़ा अपना पंजाबी विरसा गु्रप नई दिल्ली
-नटराज डांस गु्रप बड़ौदा गुजरात
-जितेंद्र इन्वेस्ट्स गु्रप मुंबई महाराष्ट्र
-हाईस्ट्रोक डांस गु्रप इंदौर सचिन कर्मा
-शिव-पार्वती नृत्य शिव.शक्ति डांस आर्ट गु्रप इंदौर
-राधा.कृष्ण मोर नृत्य सांवरिया डांस गु्रप इंदौर
-काठियावाड़ी गरबा नृत्य दल हरदा
-कच्ची घोड़ी नृत्य दल देपालपुर
-अंबिका नवयुवक मंडल सापुतारा गुजरात
-आदिवासी नृत्य दल लोनावाला गुजरात
-आदिवासी नृत्य दल चांदनी चौक भगवानपुरा
-आदिवासी ढोल नृत्य दल बाग
-भांगड़ा अपना पंजाबी विरसा गु्रप नई दिल्ली
-नटराज डांस गु्रप बड़ौदा गुजरात
-जितेंद्र इन्वेस्ट्स गु्रप मुंबई महाराष्ट्र
-हाईस्ट्रोक डांस गु्रप इंदौर सचिन कर्मा
-शिव-पार्वती नृत्य शिव.शक्ति डांस आर्ट गु्रप इंदौर
-राधा.कृष्ण मोर नृत्य सांवरिया डांस गु्रप इंदौर
-काठियावाड़ी गरबा नृत्य दल हरदा
-कच्ची घोड़ी नृत्य दल देपालपुर
-अंबिका नवयुवक मंडल सापुतारा गुजरात
-आदिवासी नृत्य दल लोनावाला गुजरात
-आदिवासी नृत्य दल चांदनी चौक भगवानपुरा
-आदिवासी ढोल नृत्य दल बाग
ये रही शिवडोले की व्यवस्था
– 34 झांकी
-16 लोकनृत्य दल
-108 नगाड़े और 7 ढोल ताशा पार्टी
-१२ से अधिक अखाड़े
-३० से अधिक डीजे
– 34 झांकी
-16 लोकनृत्य दल
-108 नगाड़े और 7 ढोल ताशा पार्टी
-१२ से अधिक अखाड़े
-३० से अधिक डीजे