केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी बीजेपी नेताओं से मुलाकात की। इसके बाद मंगलवार को वायनाड में नीति आयोग के जिला आकांक्षी कार्यक्रम की समीक्षा बैठक में शामिल हिन थीं। स्मृति ईरानी दो आंगनवाड़ी और एक आदिवासी बस्ती का भी दौरा किया।
खबरों की मानें तो स्मृति ईरानी ने भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुरेश गोपी के कहने पर जिले के दौरे की योजना बनाई है। अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी ने हाल ही में वायनाड का दौरा किया था और चाहते थे कि केंद्रीय मंत्री जिले की आदिवासी बस्तियों, विशेष रूप से वहां की महिलाओं और बच्चों की दुर्दशा को देखें।
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इससे पहले ईरानी वर्ष 2016 के विधानसभा चुनावों के लिए कैंपेन के लिए वायनाड का दौरा किया था। इस बार उनकी यात्रा अहम मानी जा रही है क्योंकि राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि स्मृति ईरानी वायनाड में विकास के मुद्दों को उठा सकती हैं, और गांधी परिवार को आड़े हाथों ले सकती हैं।
दरअसल, कुछ ऐसा ही उन्होंने 2019 में अमेठी में किया था और राहुल गांधी को हराया था। वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निर्वाचन क्षेत्र से अनुपस्थित रहने का आरोप भी लगा सकती हैं।
ज्ञात हो कि गांधी ने 2019 में वायनाड से भी चुनाव लड़ने का फैसला किया था और उन्होंने और वायनाड में प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की। लेकिन अमेठी में बुरी हार का सामना करना पड़ा था। अब ऐसा लगता है कि स्मृति ईरानी अगले आम चुनावों में वायनाड में भी ऐसा ही रुख अपनाने की तैयारी में हैं।