जब राहुल ने बोलना शुरू किया तब वहां मौजूद लोगों के साथ मां सोनिया भी रो पड़ीं। राहुल कहते हैं- पिछली रात मेरी मां मेरे पास आईं और रोने लगी। मां क्यों रोई? क्योंकि वो जानती हैं कि सत्ता जहर है। लेकिन इसका एक ही तोड़ है कि सत्ता का इस्तेमाल लोगों की भलाई के लिए करें। इसलिए मैं देश और पार्टी के लिए अपनी पूरी ताकत से लड़ूंगा।
सोनिया गांधी ने की घोषणा, राहुल के अध्यक्ष बनते ही ले लेंगी रिटायरमेंट आज सुबह मैं चार बजे ही उठ गया और बालकनी में गया। सोचा कि मेरे कंधे पर अब बड़ी जिम्मेदारी है, अंधेरा था, ठंड थी। मैंने सोचा कि आज मैं वो नहीं कहूंगा जो लोग सुनना चाहते हैं। आज मैं वो कहूंगा जो मैं महसूस करता हूं।
इस तरह राहुल का पहुंचाया अध्यक्ष पद तक
2007 में सोनिया गांधी ने पहले राहुल को महासचिव बनाया। इसके साथ ही उन्हें यूथ कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की कमान सौंपी गई। कमान संभालने के बाद राहुल ने युवाओं को पार्टी से जोड़ने के लिए बड़ा अभियान चलाया। 2012 में निर्भया गैंगरेप के बाद राहुल ने उनके सगे भाइयों की शिक्षा का खर्च उठाया। साल 2013 राहुल के लिए काफी महत्वपूर्ण रहा। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन्हें पार्टी के उपाध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया। अब सोनिया ने उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष पद तक पहुंचा दिया है। अब गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव के परिणाम राहुल के भविष्य के लिए काफी कारगर साबिह होंगे।
2007 में सोनिया गांधी ने पहले राहुल को महासचिव बनाया। इसके साथ ही उन्हें यूथ कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की कमान सौंपी गई। कमान संभालने के बाद राहुल ने युवाओं को पार्टी से जोड़ने के लिए बड़ा अभियान चलाया। 2012 में निर्भया गैंगरेप के बाद राहुल ने उनके सगे भाइयों की शिक्षा का खर्च उठाया। साल 2013 राहुल के लिए काफी महत्वपूर्ण रहा। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन्हें पार्टी के उपाध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया। अब सोनिया ने उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष पद तक पहुंचा दिया है। अब गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव के परिणाम राहुल के भविष्य के लिए काफी कारगर साबिह होंगे।