अलागिरी 5 सितंबर को करेंगे प्रदर्शन
गौरतलब है कि 28 अगस्त को द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के अध्यक्ष के रूप में करुणानिधि के पुत्र एम. के. स्टालिन निर्विरोध चुन लिए गए। वे पार्टी के दूसरे अध्यक्ष बने हैं। इससे पहले पांच दशक तक यह पद करुणानिधि के पास था जिनका गत 7 अगस्त को निधन हो गया। करुणानिधि के निधन के बाद उनके बड़े बेटे एम. के. अझगिरी ने बगावती तेवर दिखे हैं । अलागिरी 5 सितम्बर को एक बैठक करने वाले हैं। इस रैली को डीएमके के लिए खतरे की घंटी बताई जा रही है। द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) से निष्कासित नेता एमके अलागिरी ने कहा कि वह चेन्नई में पांच सितम्बर को प्रस्तावित रैली के लिए आगे बढ़ेंगे। एक सवाल के जवाब में अलागिरी ने कहा, ‘मैं थलैवर (एम करूणानिधि) का पुत्र हूं, इसलिए मैं वहीं करूंगा जो मैंने कहा है।’
पार्टी से निष्कासित हैं आलागिरी
गौरतलब है कि पार्टी में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर एम के स्टालिन के साथ हुए विवाद के बाद करूणानिधि ने अलागिरी और उनके समर्थकों को 2014 में पार्टी से निष्कासित कर दिया था। करूणानिधि के निधन के बाद बड़े बेटे और पूर्व केंद्रीय मंत्री एमके अझगिरी ने गुरुवार को कहा कि अगर उन्हें डीएमके में फिर से वापस ले लिया जाए तो वे अपने छोटे भाई और डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन को नेता के रूप में स्वीकार कर लेंगे।