पंजाब सीएम पर लगाया ये आरोप
सुखबीर सिंह बादल यही नहीं रुके, इस दौरान उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर भी निशाना साधा। शिअद अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब की सुरक्षा की जिम्मेदार सीएम की है, ऐसे में सीएम ने केंद्र सरकार को इस फैसले की इजाजत कैसे दे दी। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बीएसएफ सीमावर्ती क्षेत्रों के पास दरबार साहिब और वाल्मीकि मंदिर में न सिर्फ प्रवेश कर सकती है, बल्कि किसी को भी गिरफ्तार कर सकती है। इसके लिए पंजाब के मुख्यमंत्री दोषी हैं, उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात की और सरकार के इस फैसले पर अपनी मंजूरी दी।
सुखबीर सिंह बादल यही नहीं रुके, इस दौरान उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर भी निशाना साधा। शिअद अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब की सुरक्षा की जिम्मेदार सीएम की है, ऐसे में सीएम ने केंद्र सरकार को इस फैसले की इजाजत कैसे दे दी। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बीएसएफ सीमावर्ती क्षेत्रों के पास दरबार साहिब और वाल्मीकि मंदिर में न सिर्फ प्रवेश कर सकती है, बल्कि किसी को भी गिरफ्तार कर सकती है। इसके लिए पंजाब के मुख्यमंत्री दोषी हैं, उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात की और सरकार के इस फैसले पर अपनी मंजूरी दी।
बता दें कि इससे पहले शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने भी इस मुद्दे पर केंद्र पर निशाना साधा था। इसके साथ ही उन्होंने राज्य की सभी राजनीतिक दलों को इसका विरोध करने को एकजुट होने का आह्वान किया था। प्रकाश सिंह बादल का कहना है कि अगर आप नहीं चाहते कि पंजाब केंद्र शासित राज्य में तब्दील हो तो इसके लिए हमें एकजुट होकर आगे आना होगा। उनका कहना है कि हमें अन्य पार्टियों का समर्थन मिले या न मिले, लेकिन हम इसके खिलाफ लड़ते रहेंगे।
यह भी पढ़ें: खराब हुई दिल्ली की हवा, पर्यावरण मंत्री ने पड़ोसी राज्यों पर फोड़ा ठीकरा गौरतलब है कि हाल में केंद्र सरकार ने सीमा सुरक्षा बल अधिनियम में बदलाव कर दिया है। अब पंजाब, असम और पश्चिम बंगाल में बीएसएफ को अंतरराष्ट्रीय सीमा के मौजूदा 15 किलोमीटर के बजाए 50 किलोमीटर के दायरे में तलाशी और गिरफ्तार करने का अधिकार दे दिया है। इसके बाद से विपक्ष दल सरकार पर हमलावर हैं, आरोप है कि भाजपा जिन राज्यों में सरकार नहीं बना, वहां अब कब्जा जमाने के लिए तरह-तरह के पैतरे आजमा रही है।