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सर्जिकल स्ट्राइक: जनरल हुड्डा के बयान पर राहुल का PM मोदी पर तंज- मिस्टर 36 ने लिया राजनीतिक लाभ

Published: Dec 08, 2018 04:36:07 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

सर्जिकल स्ट्राइक पर जनरल हुड्डा के बयान से मचे सियासी घमासान पर अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का बड़ा बयान आया है।

rahul gandhi

सर्जिकल स्ट्राइक: जनरल हुड्डा के बयान पर राहुल का PM मोदी पर तंज- मिस्टर 36 ने लिया राजनीतिक लाभ

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लंबे समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते रहे हैं कि सीमा पार सर्जिकल स्ट्राइक को सरकार राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल करती है। अब हमले के वक्त उत्तरी सेना के कमांडर रह चुके लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा के बयान से हड़कंप मच गया है। राहुल ने हुड्डा की सरहाना की और कहा कि उन्होंने एक सच्चे सैनिक की तरह बेबाकी से अपनी बात रखी है।

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‘मिस्टर 36 ने लिया सर्जिकल स्ट्राइक राजनीतिक लाभ’

राहुल गांधी ने शनिवार को ट्विटर पर लिखा कि आपने एक सच्चे सैनिक की तरह अपनी बात रखी। भारत को आप पर गर्व है। मिस्टर 36 (पीएम मोदी) को हमारी सेना को अपनी निजी संपत्ति के रूप में इस्तेमाल करने में शर्म नहीं है। उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक राजनीतिक लाभ और राफेल सौदा अनिल अंबानी की पूंजी 30 हजार करोड़ बढ़ाने के लिए किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने इसके साथ एक खबर भी पोस्ट की है जिसमें जनरल हुड्डा ने आरोप लगाया है कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद इस अभियान का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ अर्जित करने के लिए किया गया।
https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw

जनरल डीएस हुड्डा के इस बयान पर मचा है हड़कंप

बता दें कि उरी हमले के बाद जब 29 सितंबर, 2016 को भारतीय सेना की स्पेशल टीम ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार कर सर्जिकल स्ट्राइक किया गया था, तब लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा (सेवानिवृत्त) उत्तरी सेना के कमांडर थे। बताया जाता है कि वे उस वक्त सर्जिकल स्ट्राइक की लाइव वीडियो फीड देख रहे थे। उन्होंने ही शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि उरी हमले के बाद पाकिस्‍तान को कड़ा संदेश देना जरूरी था। सेना की सफलता पर खुशी भी स्वाभाविक है। अब इसका कितना राजनीतिकरण होना चाहिए, वह सही है या गलत, यह ऐसा सवाल है, जो राजनेताओं से पूछा जाना चाहिए। मुझे लगता है कि इस मामले को जरूरत से ज्यादा तूल दिया गया। इसका लगातार प्रचार-प्रसार ठीक नहीं है।

 

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