सरकार के पास 1,25,000 करोड़ की करंसी, फिर एटीएम पर क्यों लटका ‘नो कैश’ का बोर्ड
एनएसजी के प्रवेश को लेकर नाराजगी
परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत के प्रवेश को लेकर चीन के विरोध और संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी आतंकवादी मसूद अजहर को प्रतिबंधित करने पर चीन द्वारा अड़ंगा लगाने से भारत गुस्से में था। साल 2017 में दोनों देशों की सेनाओं के बीच गतिरोध के बाद दोनों पक्ष संबंधों में बहाली का प्रयास कर रहे हैं। सुषमा इस दौरान चीन के शीर्ष नेताओं से भी मुलाकात कर सकती है। सुषमा स्वराज आखिरी बार 2015 में चीन गई थीं। भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण भी अगले सप्ताह चीन का दौरा करेंगी और अपने चीनी समकक्ष के साथ वार्ता करेंगी। जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई शिखर सम्मेलन से इतर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे।
इन बड़े नेताओं के मनाने से भी नहीं माने तोगड़िया, राम मंदिर निर्माण के लिए आज शुरू करेंगे अनशन
चीन ने दिया था यह बयान
बता दें कि चीन ने पिछले दिनों कहा था कि भारत के साथ उसके संबंधों में ‘बड़ी संभावनाएं’ हैं और उच्चस्तरीय आदान-प्रदान के बाद संबंधों में नई प्रगति हुई है। चीन और भारत बीते साल 73 दिनों के सैन्य गतिरोध की वजह से संबंधों में आई खटास को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। यह बात दोनों देशों के शीर्ष राजनयिकों के बढ़े दौरे से स्पष्ट है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा था कि इस साल दोनों देशों के नेताओं के मार्गदर्शन में चीन-भारत संबंध तेजी से बढ़े हैं। हमने सभी स्तरों पर करीब से आदान-प्रदान व समग्र सहयोग में नई प्रगति देखी है। उन्होंने कहा था कि जैसा कि आप ने कहा, राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य यांग जिची ने भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल से शंघाई में मुलाकात की और 11वें संयुक्त आर्थिक समूह की बैठक व 5वें सामरिक आर्थिक वार्ता का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया।