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सुषमा स्वराज ने मुस्लिमों से की समर्थन की अपील, ट्विटर पर हुईं ट्रोल

Published: Dec 23, 2017 02:16:33 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अक्सर ट्विटर पर अपने एक्शन की वजह से चर्चा में रहती हैं लेकिन इसबार अपने एक ट्वीट की वजह से ट्रोल हो गई हैं।

Sushma Swaraj
नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अक्सर ट्विटर पर अपने एक्शन की वजह से चर्चा में रहती हैं लेकिन इसबार अपने एक ट्वीट की वजह से ट्रोल हो गई हैं। सुषमा स्वराज ने शुक्रवार रात ढुबरी लोकसभा से एआईयूडीएफ पार्टी के सांसद बदरूद्दीन अहमद के धन्यवाद ट्वीट का जबाव दिया गया था और अपनी पार्टी के लिए अब वोट करने की अपील की गयी थी। कई ट्विटर यूजर्स को विदेश मंत्री का इस तरह वोट की अपील रास नहीं आई।
https://twitter.com/SushmaSwaraj/status/944250670806265856?ref_src=twsrc%5Etfw
आप हमे वोट दीजिए
सांसद बदरूद्दीन अहमद ने भारत सरकार को इजराइल की राजधानी येरूशलम को राजधानी घोषित करने के अमेरिकी निर्णय के खिलाफ यूएन में वोटिंग के लिए धन्यवाद ट्वीट किया था। इस ट्वीट के जवाब में विदेश मंत्री ने सांसद बदरूद्दीन अहमद को धन्यवाद कहा और अपनी पार्टी के लिए वोट की अपील की।
https://twitter.com/iKrys74l/status/944251063447601152?ref_src=twsrc%5Etfw
विदेश मंत्री द्वारा इस तरह वोट मांगने की अपील पर एक यूजर ने लिखा है कि क्या यह वही बीजेपी है जिसे हम लोगों ने वोट किया है। इस यूजर ने 2019 में चुनाव की याद दिलाते हुए यह भी कहा कि यह इजराइल था जिसने 1999 के कारगिल युद्ध में भारत को हथियारों की आपूर्ति कर अपना समर्थन दिया था।
https://twitter.com/NidhishreeNaik/status/944251556202921984?ref_src=twsrc%5Etfw
वहीं कुछ यूजर्स इसे बीजेपी द्वारा मुस्लिम तुष्टीकरण कह निशाना साध रहे हैं। कुछ यूजर्स सेक्युलर शब्द को गाली के परिप्रेक्ष्य में विदेश मंत्री को सेक्युलर घोषित कर रहे हैं।


अमरीका के फैसले का भारत ने किया विरोध
यूएन में यह वोटिंग येरूशलम को इजराइल की राजधानी घोषित करने के अमेरिकी फैसले पर हो रही थी। इस वोटिंग में 128 देशों ने अमेरिका के खिलाफ वोट किया,जिनमें भारत भी शामिल है। सिर्फ 9 देशों ने अमेरिका का समर्थन किया है। यूएन में अमेरिका की स्थायी प्रतिनिधि निकी हेली ने इस फैसले के खिलाफ वोटिंग करने वाले देशों को उनकी आर्थिक मदद रोकने की चेतावनी दी है। येरूशलम पर ट्रंप के निर्णय का जोरदार स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका इस दिन को कभी नहीं भूलेगा।

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