scriptचीन दौरे के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पहुंचीं मंगोलिया | Sushma Swaraj arrives in Mongolia | Patrika News

चीन दौरे के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पहुंचीं मंगोलिया

locationनई दिल्लीPublished: Apr 24, 2018 09:08:38 pm

Submitted by:

Prashant Jha

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के उलानबाटार आने पर मंगोलिया के उप विदेश मंत्री बी. बत्सेतसेग ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

sushma swaraj
नई दिल्ली: भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मंगलवार को चीन का अपना दौरा पूरा करने के बाद अपने अगले पड़ाव मंगोलिया पहुंच गईं। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, “42 सालों बाद किसी भारतीय विदेश मंत्री का पहला मंगोलिया दौरा।”उन्होंने आगे कहा, “हमारी साझा बौद्ध विरासत दोबारा जुड़ रही है। भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के उलानबाटार आने पर मंगोलिया के उप विदेश मंत्री बी. बत्सेतसेग ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।”
दोनों देशों के संबंध मजबूत करने पर चर्चा

अपने मंगोलिया दौरे पर सुषमा स्वराज भारत-मंगोलिया संयुक्त परामर्श समिति (आईएमजेसीसी) के छठे चरण की सह अध्यक्षता करेंगी। वह मंगोलिया के विदेश मंत्री दमदिन तोगतबातर से मुलाकात करेंगी और राजनीतिक, सामरिक, आर्थिक, शैक्षिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर वार्ता करेंगी। आईएमजेसीसी की पिछली बैठक 2016 में नई दिल्ली में हुई थी। भारतीय मंत्री इस दौरान दिवंगत कुशोक बाकुला रिनपोछे की जन्मशती के अवसर पर उलानबाटार में एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगी। रिनपोछे भारत के लद्दाख में एक सम्मानित बौद्ध नेता और महंत थे। इसके अलावा रिनपोछे मंगोलिया में भारत के राजदूत भी रह चुके थे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मंगोलिया में सबसे लंबे समय तक भारतीय राजदूत रहे रिनपोछे ने दोनों देशों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभाई थी।
https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw
पाकिस्तान पर साधा निशाना

इससे पहले सुषमा स्वराज ने बीजिंग में ‘शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों’ की बैठक में हिस्सा लिया।उसके बाद उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर आतंकवाद के मुद्दे पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद बुनियादी मानवाधिकारों का दुश्मन है। सुषमा स्वराज ने आतंकवादियों को पनाह देने के पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि इसके खिलाफ लड़ाई में उन देशों की भी पहचान करनी चाहिए जो समाज में फैले इस खतरे को प्रोत्साहित, समर्थन और वित्तपोषण करते हैं। उन्होंने ऐसे देशों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का आग्रह किया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो