दोनों देशों के संबंध मजबूत करने पर चर्चा अपने मंगोलिया दौरे पर सुषमा स्वराज भारत-मंगोलिया संयुक्त परामर्श समिति (आईएमजेसीसी) के छठे चरण की सह अध्यक्षता करेंगी। वह मंगोलिया के विदेश मंत्री दमदिन तोगतबातर से मुलाकात करेंगी और राजनीतिक, सामरिक, आर्थिक, शैक्षिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर वार्ता करेंगी। आईएमजेसीसी की पिछली बैठक 2016 में नई दिल्ली में हुई थी। भारतीय मंत्री इस दौरान दिवंगत कुशोक बाकुला रिनपोछे की जन्मशती के अवसर पर उलानबाटार में एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगी। रिनपोछे भारत के लद्दाख में एक सम्मानित बौद्ध नेता और महंत थे। इसके अलावा रिनपोछे मंगोलिया में भारत के राजदूत भी रह चुके थे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मंगोलिया में सबसे लंबे समय तक भारतीय राजदूत रहे रिनपोछे ने दोनों देशों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभाई थी।
पाकिस्तान पर साधा निशाना इससे पहले सुषमा स्वराज ने बीजिंग में ‘शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों’ की बैठक में हिस्सा लिया।उसके बाद उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर आतंकवाद के मुद्दे पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद बुनियादी मानवाधिकारों का दुश्मन है। सुषमा स्वराज ने आतंकवादियों को पनाह देने के पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि इसके खिलाफ लड़ाई में उन देशों की भी पहचान करनी चाहिए जो समाज में फैले इस खतरे को प्रोत्साहित, समर्थन और वित्तपोषण करते हैं। उन्होंने ऐसे देशों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का आग्रह किया।