ट्वीट के जरिये विदेश मंत्री ने लिखा है कि हमें उन परिवार वालों से हमदर्दी है जिन्होंने सुनामी में अपनों खोया है। हम आपके अपनों के लिए प्रार्थना करते हैं और दुख के इस मौके पर हम अपने इंडोनेशियन भाईयों के साथ खड़े हैं। अपने ट्वीट के जरिये सुषमा ने न केवल अपना कर्तव्य निभाया बल्कि पहोड़ी मुल्क को लेकर अपनी संवेदनशीलता का उदाहरण देते हुए दुनिया के सामने एक मिसाल भी पेश की है।
आपको बता दें कि इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फटने के बाद आई सुनामी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 281 हो गई है, जबकि एक हजार से अधिक लोग घायल हो गए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी ने मृतकों की संख्या और नुकसान दोनों में बढ़ोतरी की आशंका जताई है। इंडोनेशिया में शनिवार देर रात ज्वामुखी विस्फोट के बाद तबाही मची थी, जब इसके बाद आई सुनामी की लहरों ने कई जिंदगियां लील लीं और संपत्ति को व्यापक नुकसान पहुंचाया।
इंडोनेशिया में ‘चाइल्ड ऑफ क्राकाटोआ’ ज्वालामुखी के फटने के बाद भीषण तबाही हुई। स्थानीय समय के मुताबिक शनिवार रात करीब 9.30 बजे दक्षिणी सुमात्रा और पश्चिमी जावा के पास समुद्र की ऊंची लहरें तटों को लांघती हुई आगे बढ़ीं, जिससे कई मकान नष्ट हो गए। वैज्ञानिकों का कहना है कि अनाक क्राकाटोआ ज्वालामुखी के फटने के बाद समुद्र के नीचे मची तेज हलचल सुनामी का कारण हो सकता है। उन्होंने पूर्ण चंद्रमा को भी लहरों के उफान का कारण बताया।
हाल में थाईलैंड में एक परिवार ने सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगाई है। दरअसल यहां पहुंचे एक परिवार में एक महिला की अस्पताल में मौत हो गई । महिला का शव भारत लाने के लिए इन लोगों ने सुषमा से मदद की गुहार लगाई। सुषमा ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मदद करने की पेशकश की और अब इस मामले में उचित कदम उठाते हुए महिला का शव भारत लाने की मंजूरी मिल गई है।