कोरोना लॉकडाउन के बीच एक ट्वीट करने पर दिग्गज भाजपा नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज, बढ़ी मुश्किलें रविकुमार ने यह टिप्पणी मीडिया को संबोधित करते हुए की। उन्होंने कहा कि लगभग 1,900 तबलीगी और 500 लोग जो राजस्थान के अजमेर में एक दरगाह पर उर्स में शामिल हुए थे, वे वायरस की दूसरी लहर के पीछे थे क्योंकि उन्होंने शहरों में “चोरों” की तरह प्रवेश किया था।
यह सवाल करते हुए कि तथाकथित बुद्धिजीवियों और सामुदायिक नेताओं द्वारा तबलीगी और अजमेरियों के खिलाफ कार्रवाई के बारे में कुछ नहीं कहा जा रहा है के सवाल पर रविकुमार ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं और अन्य
COVID-19 योद्धाओं के साथ मारपीट करने वालों को सख्त सजा दी जानी चाहिए।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा दोनों के बयानों पर एक सवाल के जवाब में कि किसी भी विशेष समुदाय के साथ वायरस के प्रसार की पहचान नहीं की जानी चाहिए, भाजपा एमएलसी ने जवाब दिया कि जरूरी नहीं की पार्टी और सरकार का रुख एक समान हो।
दरअसल सोमवार को कर्नाटक में COVID-19 के 14 नए मामले दर्ज किए गए, यहां तक कि आंकड़ों से पता चला है कि राज्य के कुल 862 कोरोना वायरस मामलों में से 76 प्रतिशत स्पर्शोन्मुख हैं।
कोरोना से जंग: मई होगा महत्वपूर्ण, करो या मरो के हालात और जरा सी चूक खतरनाक स्वास्थ्य विभाग ने अपने बुलेटिन में कहा, “11 मई को शाम 5:00 बजे तक, प्रदेश में कुल 862 कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की पुष्टि की गई है, इसमें 31 मौतें और 426 डिस्चार्ज शामिल हैं।” विभाग ने आगे कहा, 404 सक्रिय मामलों में से, 395 मरीज निर्धारित अस्पतालों में आइसोलेशन में हैं और उनकी हालत स्थिर हैं, जबकि 9 आईसीयू में हैं।