बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने मायावती से मुलाकात के दौरान मार्गदर्शन की भी इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि बसपा प्रमुख से हमें सीखने का मौका मिलता है। सपा-बसपा गठबंधन से लोगों में खुशी है। उन्होंने कहा कि आज ऐसा माहौल है जहां वे बाबा साहेब के संविधान को मिटाना चाहते हैं और नागपुर कानूनों को लागू करना चाहते हैं। मुलाकात से पहले तेजस्वी ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि हम मायावती और अखिलेश यादव से एक शिष्टाचार मुलाकात करने आये हैं. सबसे छोटे हैं हम और सबका आशीर्वाद लेने आये हैं। उन्होंने कहा कि लालू जी ने यही कल्पना की थी कि उत्तर प्रदेश में भी महागठबंधन हो, मायावती और अखिलेश यादव मिलकर चुनाव लड़े।
तेजस्वी ने कहा कि जिस तरह से देश मे अघोषित इमरजेंसी लगी हुई है। संविधान से छेड़छाड़ की जा रही है। आरक्षण को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। संवैधानिक संस्थाओं पर तानाशाही की जा रही है। मोहन भागवत ने जो काम कहा था वही मोदी जी कर रहे हैं। यादव ने कहा कि हमारी मोदी जी से कोई लड़ाई नहीं है बस विचारों और सिद्धांतों की लड़ाई है जिसको हैं सभी साथ मिलकर लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि लालू जी आज इसलिए जेल में हैं क्योंकि उन्होंने मोदी जी के आगे घुटने नही टेके। हमारी जब मूछ भी नही आई थी तब हमपर केस करा दिया गया था।