दरअसल मुख्यमंत्री ने सतर्कता और प्रवर्तन महानिदेशक पूर्णचंदर राव को भी जांच करने और प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। इसके बाद, मुख्यमंत्री कार्यालय के एक संचार के अनुसार, वी एंड ई विंग एक विस्तृत जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।
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कुल्लू की नर्स नीलम पंडित ने बनाया रिकॉर्ड, एक दिन में लगाईं इतने लोगों को वैक्सीन ये है मामलास्वास्थ्य मंत्री एटाला राजेंदर के खिलाफ मेडक जिले में दो गांवों के किसानों की जमीन हड़पने का सनसनीखेज आरोप है। इस आरोप के साथ ही तेलंगाना की सियासत में भी हलचल तेज हो गई। सियासत बढ़ने के बाद मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने इसको लेकर जांच के आदेश जारी कर दिए।
ग्रामीणों ने एटाला राजेंदर पर अपनी नियत भूमि पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया। मसाईपेट मंडल के अचम्पेट और हाकिमपेट के आठ ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से शिकायत की और कहा कि मंत्री और उनके अनुयायियों ने एक मुर्गीपालन उद्योग शुरू करने के लिए उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि, वे यह सुनिश्चित करें कि सरकार की ओर सेउन्हें दी गई भूमि को तुरंत उन्हें बहाल किया जाए। यह भी पढ़ेंः
आज से होने जा रहे हैं ये 5 अहम बदलाव, रसोई गैस की कीमतों से लेकर बैंक तक बदल जाएंगी ये चीजें आपको बता दें कि याचिकाकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार और नियोजित भूमि पर कब्जा करने के साथ ही मंत्री और उनके सहयोगियों ने डराकर धमका कर जमीन के दस्तावेज भी ले लिए हैं।
शिकायत में ये भी कहा गया है कि हमसे जबरन जमीन का असाइनमेंट सर्टिफिकेट लिया गया। उनका आरोप है कि मंत्री की ओर से करीब 100 एकड़ जमीन को हड़प ली गई है।