मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के 11 माह के डॉगी की कुछ दिन पहले मौत हो गई। यह डॉगी कई दिनों से बीमार था। इसका इलाज दो निजी पशु चिकित्सक कर रहे थे। इसके बाद इन डॉगी का ध्यान रखने वाले व्यक्ति ने दोनों चिकित्सकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया।
सबसे वफादार साथी के लिए हैवान बने इंसान, महाराष्ट्र में रस्सी से बंधे 90 ‘कुत्ते’ मरे मिले जानकारी के मुताबिक सीएम के आधिकारिक निवास का नाम प्रगति भवन है। यहां पर एक व्यक्ति सीएम का डॉगी संभालता है। बीते 11 सितंबर को इस डॉगी की मौत हो गई।
इसके बाद 12 सितंबर को आईपीसी की धारा 429 और पशु अत्याचार विरोधी अधिनियम की धाराओं के अंतर्गत दो पशु चिकित्सकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। राजधानी में बंदरों का आतंक, भाजपा सांसद राकेश सिन्हा को काटा
पुलिस को दी गई शिकायत में दोनों पशु चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है। इन दो चिकित्सकों में एक डॉक्टर निजी पशु चिकित्सालय का एडमिनिस्ट्रेटर भी है। दोनों डॉक्टर मुख्यमंत्री के 11 माह के बीमार डॉगी का इलाज कर रहे थे।
भारतीय जनता पार्टी तेलंगाना राज्य के मुख्य प्रवक्ता के कृष्ण सागर राव ने सीएम की इस कार्रवाई को बड़ी विडंबना करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह एक क्रूर मजाक है, जबकि राज्य में आपराधिक लापरवाही के चलते डेंगू से कई मौतें हो रही हैं। उन्होंने आश्चर्य जताया कि इन दोनों द्वारा किए जा रहे गैरजिम्मेदाराना शासन के चलते इनके खिलाफ कितने मुकदमे दर्ज कराए जाएंगे।
केवल ऐसा ही नहीं है कि भाजपा ने सीएम पर निशाना साधा हो। कांग्रेस भी सरकार के खिलाफ हमलावर हो गई है। चंद्रयान-2 के लिए 17 सितंबर है अहम दिन, लैंडिंग साइट केे ऊपर से गुजरेगा नासा का ऑर्बिटर
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के प्रवक्ता दसोजू श्रवण ने कहा कि जब राज्य सरकार द्वारा संचालित अस्पताल में डेंगू के चलते एक दिन में छह बच्चों की मौत हो गई थी, उस वक्त कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
इतना ही नहीं कांग्रेस नेता ने सरकार से मांग की है कि वो राज्य में चिकित्सा आपातकाल घोषित करें ताकि तेजी से फैलती वायरल बीमारियों को रोकने के इंतजाम किए जा सकें।