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तेलंगाना: कांग्रेस विधायकों के विलय के खिलाफ भूख हड़ताल, TRS पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप

locationनई दिल्लीPublished: Jun 09, 2019 07:46:15 am

Submitted by:

Prashant Jha

तेलंगाना राष्ट्र समिति में शामिल हुए कांग्रेस के 12 बागी विधायक
कांग्रेस नेताओं ने सीएम चंद्रशेखर राव पर लगाया खरीद-फरोख्त का आरोप
टीआरएस के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं कांग्रेस नेता

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तेलंगाना: कांग्रेस विधायकों के विलय के खिलाफ भूख हड़ताल, प्रदेश अध्यक्ष ने TRS पर लगाया लोकतंत्र की हत्या का आरोप

हैदराबाद। तेलंगाना में कांग्रेस विधायकों के टीआरएस में विलय होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उत्तम रेड्डी की अगुवाई में पार्टी कार्यकर्ताओं ने 36 घंटों की भूख हड़ताल शुरू कर दी है। कांग्रेस नेता धरना चौक पर टीआरएस के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उत्तम रेड्डी तेलंगाना राष्ट्र समिति पर धनबल का इस्तेमाल कर विधायकों को तोड़ने का आरोप लगाया है। साथ ही लोकतंत्र की हत्या करार दिया है। बता दें कि कांग्रेस के 12 विधायक टीआरएस में शामिल हो गए हैं।

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बागी 12 विधायक हुए टीआरएस में शामिल

गौरतलब है कि 6 जून को कांग्रेस के 18 में से 12 विधायकों ने विधानसभा स्पीकर से मिलकर सत्ताधारी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति में विलय करने की अपील की थी। इस अनुरोध को विधानसभा अध्यक्ष पी श्रीनिवास रेड्डी ने स्वीकार करते हुए सभी विधायकों को टीआरएस का हिस्सा घोषित कर दिया। जिसके बाद कांग्रेस ने सत्तारुढ़ दल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 12 विधायकों के टीआरएस में शामिल होने के बाद 119 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस के पास सिर्फ 6 विधायक बचे हैं। ऐसे में तेलंगाना विधानसभा में कांग्रेस से मुख्य विपक्षी दल होने का दर्जा भी छिन गया है। ऐसा इसलिए कि शेष बचे 6 विधायक भी नियमों के मुताबिक अब कांग्रेसी नहीं रहे।

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विधायकों पर दल-बदल कानून का उल्लंघन नहीं

बता दें कि कांग्रेस के 12 विधायकों का टीआरएस में शामिल होने के बाद दल-बदल कानून का उल्लंघन नहीं माना जाएगा। विधायकों की यह संख्या पार्टी के कुल विधायकों (18) का दो तिहाई है। इन्हीं 12 विधायकों का फैसला मान्य हो गया है। पहले से ही लगातार हार का सामना कर रही कांग्रेस को इससे दक्षिण भारत में बड़ा झटका मिला है।

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