राजनीतिक जानकारों की मानें तो एटला राजेंद्र के जल्द बीजेपी जॉइन करने की खबरें भी आ सकती हैं। सूत्रों की मानें तो वे पिछले कुछ समय से लगातार बीजेपी नेताओं के संपर्क में हैं।
संवाददाता सम्मेलन में अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए, पूर्व मंत्री ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर हमला किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी पार्टी की ‘लक्ष्मण रेखा’ को पार नहीं किया और पार्टी कल्याण योजनाओं का विरोध किया, लेकिन वह रायथु बंधु योजना को सैकड़ों एकड़ जमीन वाले बड़े जमींदारों तक पहुंचाने जैसे कुछ मुद्दों के खिलाफ थे।
हुजूराबाद विधानसभा क्षेत्र के विधायक ने कहा कि उनके और पार्टी नेतृत्व के बीच की खाई नई नहीं है और यह पिछले पांच वर्षों से है। उन्होंने कहा- एक मंत्री के रूप में, मुझे अपमान का सामना करना पड़ा। एक और मंत्री हरीश राव को भी ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा। उनके मुताबिक सभी मंत्री और विधायक उनके गुलाम हैं, लेकिन मंत्री पद स्वाभिमान से बड़ा नहीं होता।
राजेंद्र ने कहा, वित्त विभाग की समीक्षा बैठक वित्त मंत्री के बिना और स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक संबंधित मंत्री के बिना हुई।” उन्होंने कहा कि पार्टी भले ही धन और बाहुबल के बल पर कुछ चुनाव और उपचुनाव जीतने में सफल रही हो, लेकिन यह स्थायी नहीं थी।