बेटे-बेटी के साथ मोटरसाइकिल पर घर लौट रही महिला के साथ हुआ कुछ ऐसा कि पूरे गांव में छा गया मातम..
नागौर•Nov 11, 2017 / 11:36 am•
Dharmendra gaur
three people died as electricity wire touche
-डिस्कॉम देगा दस-दस लाख रूपए मुआवजा
नागौर. जिले के मूण्डवा थाना क्षेत्र के झुझण्डा गांव में मिरजास मार्ग पर शुक्रवार शाम को करंट की चपेट में आने से मोटरसाइकिल सवार एक महिला समेत तीन जनों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार शुक्रवार शाम को मोटरसाइकिल पर सवार होकर एक महिला, एक बालिका व बालक के साथ खेत से घर जा रही थी। उसी दौरान उनकी मोटरसाइकिल खुले पड़े बिजली के तार की चपेट में आ गई। मृतक एक ही परिवार के थे। हादसे में झुझण्डा निवासी नर्मदा पत्नी माधाराम (35), पुत्री भीरी (14) व पुत्र रामकिशोर उर्फ बुधाराम (10) की मौके पर ही मौत हो गई।
देर रात चला समझाइश का दौर
हादसे की जानकारी मिलने के बाद नागौर विधायक हबीबुर्रहमान, मूण्डवा तहसीलदार शंकरसिंह राठौड़, जायल वृत्ताधिकारी राजेन्द्र सिंह रोहेडिय़ा, मूण्डवा थानाधिकारी सुशीला विश्नोई व नगरपालिकाध्यक्ष घनश्याम सदावत मौके पर पहुंचे। डिस्कॉम को हादसे के लिए जिम्मेदार बताते हुए ग्रामीण मुआवजे की मांग पर अड़ गए। समझाइश कर तीनों शव मूण्डवा मोर्चरी में रखवाए गए। घटना की जानकारी मिलने पर डिस्कॉम एसई जेआर छाबा, खींवसर विधायक, नागौर उपखंड अधिकारी परसाराम टाक व मूण्डवा प्रधान राजेन्द्र फिड़ौदा भी मूण्डवा पहुंचे।
डिस्कॉम व सरकार देगी मुआवजा
विधायक हबीबुर्रहमान ने बताया कि डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए देने का आश्वासन दिया है लेकिन ग्रामीण इससे सहमत नहीं हुए और 10-10 लाख रुपएा मुआवजा देने की मांग की। लोगों ने डिस्कॉम की लापरवाही को लेकर नाराजगी जताई। गौरतलब है कि मृतका के परिवार में पति के अलावा तीन बेटियां व एक दूध पीता छोटा बेटा भी है। मोटरसाइकिल चलाने वाले को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई। माना जा रहा है कि महिला खुद बाइक चला रही थी लेकिन संभव है कि बालिका भीरी मोटरसाइकिल चला रही हो।
दोषियों के विरुद्ध होगी कार्रवाई
मूण्डवा में एकत्रित ग्रामीणों ने हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की। जिस पर एसई जेआर छाबा ने कहा कि मामले की जांच करवाई जाएगी। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। जनप्रतिनिधि मौके पर ही जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। देर रात जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ वार्ता के बाद डिस्कॉम एसई छाबा ने मृतकों के परिजनों को राज्य सरकार व डिस्कॉम की ओर से दस-दस लाख रुपए देने व एईएन, जेईएन व तीन हेल्पर को निलंबित करने की घोषणा की।