खुलकर बगावत कर चुके हैं सिन्हा
अपने समय में बीजेपी के दिग्गज नेता रहे यशवंत सिन्हा मोदी सरकार के कार्यकाल में मार्गदर्शन मंडल में शामिल हो गए थे। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से तवज्जो ना मिलने से नाराज सिन्हा ने हाल ही में राष्ट्र मंच नाम का एक संगठन बनाया था, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन चलाने की बात कही थी। हालांकि उन्होंने साफ किया था कि ये गैर राजनीतिक संगठन है। सिन्हा की इस मुहिम में बीजेपी की खुलेआम खिलाफत करने वाले शत्रुघ्न सिन्हा भी शामिल हुए थे।
अपने समय में बीजेपी के दिग्गज नेता रहे यशवंत सिन्हा मोदी सरकार के कार्यकाल में मार्गदर्शन मंडल में शामिल हो गए थे। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से तवज्जो ना मिलने से नाराज सिन्हा ने हाल ही में राष्ट्र मंच नाम का एक संगठन बनाया था, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन चलाने की बात कही थी। हालांकि उन्होंने साफ किया था कि ये गैर राजनीतिक संगठन है। सिन्हा की इस मुहिम में बीजेपी की खुलेआम खिलाफत करने वाले शत्रुघ्न सिन्हा भी शामिल हुए थे।
बीजेपी में भी हैं अच्छे लोगः ममता
फेडरल फ्रंट को मजबूत करने में जुटीं ममता ‘साम-दाम-दंड-भेद’ की नीति पर चलती दिख रही हैं। उनकी नजर हर पार्टी के उन नेताओं पर है जो बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ खड़े हो सकें। खासतौर से उनके निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी माने जा रहे हैं। ममता ने मोदी सरकार पर हमलावर रुख के बीच बीजेपी नेताओं की भी तारीफ की और कहा कि बीजेपी में भी कई अच्छे लोग हैं।
फेडरल फ्रंट को मजबूत करने में जुटीं ममता ‘साम-दाम-दंड-भेद’ की नीति पर चलती दिख रही हैं। उनकी नजर हर पार्टी के उन नेताओं पर है जो बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ खड़े हो सकें। खासतौर से उनके निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी माने जा रहे हैं। ममता ने मोदी सरकार पर हमलावर रुख के बीच बीजेपी नेताओं की भी तारीफ की और कहा कि बीजेपी में भी कई अच्छे लोग हैं।
राहुल से परहेज सोनिया से अच्छे संबंध
भले ही ममता बनर्जी क्षेत्रीय क्षत्रपों के दम पर बीजेपी और कांग्रेस मुक्त गठबंधन की कवायद कर रही हैं, लेकिन कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके अच्छे संबंध बरकरार हैं। हालांकि गुजरात चुनाव के बाद ही ममता ने संकेत दिये थे कि वो राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस के अधीन नहीं रहना चाहती हैं।
भले ही ममता बनर्जी क्षेत्रीय क्षत्रपों के दम पर बीजेपी और कांग्रेस मुक्त गठबंधन की कवायद कर रही हैं, लेकिन कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके अच्छे संबंध बरकरार हैं। हालांकि गुजरात चुनाव के बाद ही ममता ने संकेत दिये थे कि वो राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस के अधीन नहीं रहना चाहती हैं।