जब Sheila Dixit का हुआ मौत से आमना सामना
पंजाब दौरे के वक्त कार में लगा था टाइम बम
शीला दीक्षित के बाहर आते कार के उड़े परखच्चे
शीला दीक्षित की कार में लगा था टाइम बम, मौत के मुंह के खींच ले गया ड्राइवर
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी की सबसे दिग्गज नेताओं में से एक शीला दीक्षित का निधन हो गया है, लेकिन आज से 34 साल पहले उन्होंने मौत को मात दे दी थी। उस वक्त Sheila Dixit पंजाब विधानसभा चुनाव से अपनी अंतिम रैली खत्म कर अमृतसर लौट रही थीं।
शीला दीक्षित ने अपनी किताब ‘सिटिजन दिल्ली: माई टाइम्स माई लाइफ’ में लिखा है कि… संत हरचरण सिंह लोंगोवाल ( Sant Harchand Singh Longowal ) की 20 अगस्त 1985 को हत्या के बाद पंजाब में हालात बिगड़ने लगे थे।
इसी बीच पंजाब में विधानभा चुनावों का ऐलान हो गया।
Rajiv Gandhi ने 25 सितंबर को होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव प्रचार का जिम्मा शीला दीक्षित को सौंपा।
बटाला से रैली खत्म कर शीला कार से अमृतसर के लिए रवाना हो गईं। कार में उनके सुरक्षाकर्मी और ड्राइवर के अलावा इलाके के सांसद भी मौजूद थे।
दोपहर के करीब एक बजे थे। बटाला से अमृतसर की दूरी करीब 42 किलोमीटर थी। ड्राइवर ने कहा कि क्यों ना हम रास्ते में ही खाना खा लेते हैं, वर्ना अमृतसर पहुंचते-पहुंचते बहुत देर हो जाएगी।
शीला के हां कहते ही ड्राइवर ने रेस्तरां पर कार रोक दी।
शीला दीक्षित के साथ कार में बैठे सभी लोग रेस्तरां के अंदर पहुंच गए। शीला कुर्सी पर बैठकर सॉफ्ट ड्रिंक का पहला घूंट लिया ही था कि बाहर खड़ी कार में जोरदार धमाका हुआ।
कुछ समय पहले शीला जिस कार में बैठीं थीं उसके परखच्चे उड़ चुके थे। इस हमले में शीला और उनके साथियों को तो कुछ नहीं हुआ लेकिन कार के पास मौजूद दो बच्चों की मौत हो गई।
हमले की जांच करने वाले पुलिस अधिकारी ने बताया कि कार के अंदर टाइम बम लगा हुआ था।