उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व विधायक गणेश गोदियाल ने उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष के नाम एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने लिखा है, “जैसा की आपको यह पहले से ही पता है कि पुरोला विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक राजकुमार है। राजकुमार कांग्रेस पार्टी के चुनाव चिह्न पर विधायक निर्वाचित हुए थे। उनके द्वारा बिना विधानसभा सदस्य पद से त्याग दिए भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की गई है।”
उन्होंने आगे लिखा, “चूंकि राजकुमार वर्तमान कार्यकाल में कांग्रेस पार्टी के चुनाव चिह्न पर निर्वाचित विधायक हैं और बिना पार्टी की सदस्यता व विधानसभा सदस्यता से त्यागपत्र दिए, भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर चुके हैं। ऐसे में निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार राजकुमार के विरुद्ध संविधान में उल्लिखित दल-बदल कानून के तहत ना केवल उनकी मौजूदा विधानसभा सदस्यता समाप्त कर दी जानी चाहिए, बल्कि उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भी अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए।”
गोदियाल ने आगे लिखा, “कांग्रेस पार्टी आपसे मांग करती है कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों तथा भारतीय संविधान
में उल्लिखित दल-बदल कानून के मुताबिक राजकुमार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी वर्तमान विधानसभा सदस्यता
समाप्त करने और आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अयोग्य घोषित करने का कष्ट करना चाहेंगे।”
दरअसल, पिछले सप्ताह रविवार को उत्तरकाशी की पुरोला सीट से कांग्रेस विधायक राजकुमार ने कांग्रेस के पंजे को छोड़कर भाजपा का कमल थाम लिया था। अगले वर्ष होने वाले उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विधायक के इस कदम को पार्टी के लिए बड़ा झटका माना गया था।
हालांकि उस वक्त गणेश गोदियाल ने कहा था कि राजकुमार पार्टी में एक कमजोर कड़ी थे, जो समय से पहले ही टूट गए। उन्होंने आगे कहा था कि राजकुमार ने जनादेश ही नहीं बल्कि अपने क्षेत्र की जनता का भी अपमान किया है। उन्होंने भाजपा पर भी तोड़फोड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि भाजपा का इसमें पुराना इतिहास रहा है। पार्टी उत्तराखंड ही नहीं मध्य प्रदेश, राजस्थान, गोवा समेत अन्य राज्यों में धन का लालच देकर विपक्षी दल के विधायकों को तोड़ने में जुटी रही है।