देहरादून। उत्तराखंड में कांग्रेस के 9 बागी विधायकों के भाजपा में जाने की आशंकाओं के बीच कांग्रेस ने पाला बदल पर बीजेपी के खेमें में आने वाले अपने 9 विधायकों को दलबदल का नोटिस दिया गया है। उत्तराखंड विधानसभा के स्पीकर जीएस कुंचवाल ने कहा है कि उनपर कार्रवाई होगी। गौरतलब है कि यदि इस नियम के तहत कोई कार्रवाई होती है तो नौ विधायकों की सदस्यता भी खतरे में पड़ सकती है। हरीश रावत ने किया ट्वीट- इस बीच मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ट्वीट कर यह कहा है कि मेरे लिए राज्य हित सर्वोपरी है, मैं किसी दबाव में नहीं झुकुंगा। साथ ही रावत ने कहा है कि जो विधायक बागी हुए हैं उनसे संपर्क किया जा रहा है। उन्हें मौका भी दिया जाएगा। हालांकि, बीजेपी साफ कर चुकी है कि सरकार अल्पमत में है। मेरे लिए राज्य का हित पहले है, दबाव में झुकूंगा नहीं— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) March 19, 2016 दिल्ली पहुंच गए है कांग्रेस के विधायक- गौरतलब है कि कांग्रेस के 9 बागी विधायक बीजेपी विधायकों के साथ दिल्ली आ गए हैं। संभावना जताई जा रही है कि ये विधायक राष्ट्रपति से मुलाकात कर सकते हैं। गौरतलब है कि हरीश रावत सरकार को बड़ा झटका देते हुए हरक सिंह रावत ने शुक्रवार रात मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। साथ ही जिन विधायकों के राष्ट्रपति से मिलने की संभावना जताई जा रही है इन विधायकों ने शुक्रवार को उत्तराखंड के राज्यपाल केके पॉल से मुलाकात भी की थी। केजरीवाल भी कूदे- अब इस मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी कूद पड़े हैं। उन्होंने शनिवार सुबह ट्वीट किया कि अरुणाचल के बाद उत्तराखंड में खरीद-फरोख्त की जा रही है। साबित हो गया है कि बीजेपी सबसे भ्रष्ट, देशद्रोही और सत्ता की भूखी है। Brazen horse trading-first Arunachal now Uttarakhand. BJP proving to be most corrupt, deshdrohi n power hungry party https://t.co/vNTpy7T2xE— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 19, 2016 सरकार को कोई खतरा नहीं? मालूम हो कि हाल ही में पूर्व सीएम विजय बहुगुणा ने हरीश रावत सरकार को अल्पमत में बताते हुए हरीश रावत की बर्खास्तगी की मांग कर डाली थी। लेकिन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उनकी सरकार पर कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा है कि जिन्हें लगता है कि सरकार बहुमत में नहीं है, वह हमारे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएं, हम इसके लिए तैयार हैं। शुक्रवार को क्या रहा उत्तराखंड विधानसभा का माहौल? शुक्रवार को उत्तराखंड विधानसभा में बजट पर वोटिंग होनी थी। इस दौरान कांग्रेस के बागी विधायक बीजेपी के साथ खड़े होकर इसपर वोटिंग की मांग करने लगे। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने इस पर वोटिंग कराने से इनकार किया और बजट को ध्वनिमत से पारित कर दिया। इस दौरान सदन में हरक सिंह रावत और मंत्री एमपी नेथानी के बीच हाथापाई की नौबत आ गई थी। कांग्रेसी विधायक गणेश गोदियाल ने बीजेपी पर सरकार गिराने के लिए 5 करोड़ रुपये ऑफर करने का भी आरोप लगाया। विधानसभा में काफी हंगामा होने पर पुलिस को बुलाना पड़ा था।