बैठक में विहिप के कई बड़े पदाधिकारियों ने शिरकत की, जिसमें गौहत्या के बढ़ते मामलों पर भी चिंता व्यक्त की गई
इलाहाबाद। यूं तो पीएम मोदी एक प्रखर वक्ता के तौर पर जाने जाते हैं लेकिन जब वह कुछ विवादित मुद्दों पर प्रतिक्रिया नहीं देते हैं तब कई पार्टियों एंव दलों की बेचैनी बढ़ जाती है। इसी धारा में विश्व हिंदू परिषद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रिक्वेस्ट की है कि वह अयोध्या मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोडें और एक “स्पष्ट संदेश” दें कि उनकी सरकार “राम जन्मभूमि में मंदिर निर्माण को लेकर प्रतिबद्ध है।”
गौरतलब है कि संगम किनारे विहिप के “केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल” की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी से “अयोध्या का एक दौरा करने और राम जन्मभूमि में एक सेल्फी लेने” का अनुरोध किया गया ताकि यह संदेश दिया जा सके कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र की राजग सरकार मंदिर निर्माण को लेकर प्रतिबद्ध है। इस बैठक में विहिप के कई बड़े पदाधिकारियों ने शिरकत की जिसमें गौहत्या के बढ़ते मामलों पर भी चिंता व्यक्त की गई।
वीएचपी के कद्दावर नेता राम विलास वेदांती ने कहा कि, “हिंदू समुदाय के लोगों का समर्थन प्राप्त करने वाले नरेंद्र मोदी के लिए यह जरूरी है कि वह अयोध्या मसले पर अपनी चुप्पी तोड़े। उन्होंने विभिन्न देशों में कई तीर्थस्थानों का दौरा किया जिनमें से कई दूसरे धर्मों से संबंधित हैं और वहां पर सेल्फी भी खींची है। अब समय है कि वह अयोध्या का दौरा करें और यहां भी वैसा ही करें।”