बताते चले कि अर्जुन सिंह दबंग छवि के नेता माने जाते हैं। वो पहले टीएमसी में ही थे। लेकिन आम चुनाव से पहले टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेद्वी को हराकर लोकसभा का चुनाव जीता था। बैरकपुर क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता लोगों के सिर चढ़कर बोलती है। टीएमसी में उनकी घरवापसी से तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में उत्साह है। जबकि भाजपा खेमे में उदासी है।
उल्लेखनीय हो कि अर्जुन सिंह से पहले भाजपा सांसद बाबूल सु्प्रियो ने टीएमसी का दामन थामा था। ऐसे् में अब टीएमसी ने भाजपा के दूसरे सांसद को अपने खेमें में लाने में सफलता हासिल की है। अर्जुन सिंह का भाजपा छोड़ना पार्टी के लिए इसलिए भी बड़ा झटका माना जा रहा है कि क्योंकि कुछ दिनों पहले ही पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल का दौरा किया था।
अमित शाह के दौरे से कुछ ही दिनों बाद भाजपा छोड़कर अर्जुन सिंह टीएमसी में शामिल हो गए हैं। बताते चले कि विधानसभा चुनाव के दौरान अर्जुन सिंह ने ममता बनर्जी के खिलाफ जमकर बयानबाजी की थी। लेकिन अब वो फिर से टीएमसी में शामिल हो गए हैं। अर्जुन सिंह ने बीते दिनों भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर बंगाल में भाजपा नेतृत्व के बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि राज्य में समर्पित कार्यकर्ताओं को काम नहीं करने दिया जा रहा है।