तृणमूल कांग्रेस के तपनदेव सिन्हा ने कालियागंज विधानसभा सीट पर कब्जा जमा लिया है। उन्होंने दो हजार से ज्यादा मतों से भाजपा प्रत्याशी को हराया है। शपथ लेने से पहले उद्धव ठाकरे को क्यों आई इस शख्स की याद, लगाया फोन और फिर हर तरफ छा गया सन्नाटा
कांग्रेस का था कब्जा
आपको बता दें जिस सीट पर टीएमसी ने जीत हासिल की है वहां पहले कांग्रेस का कब्जा था। चुनाव आयोग के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस अन्य दो सीटों पर भी बढ़त बनाए हुए है। हालांकि, राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को भारतीय जनता पार्टी से कड़ी चुनौती मिल रही है।
आपको बता दें जिस सीट पर टीएमसी ने जीत हासिल की है वहां पहले कांग्रेस का कब्जा था। चुनाव आयोग के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस अन्य दो सीटों पर भी बढ़त बनाए हुए है। हालांकि, राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को भारतीय जनता पार्टी से कड़ी चुनौती मिल रही है।
आम चुनाव के बाद पहली बार आमने-सामने
लोकसभा चुनावों के बाद राज्य में यह पहला मौका है जब ये दोनों राजनीतिक दल चुनावी मैदान में एक-दूसरे के आमने-सामने हैं। जिन तीन सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना हो रही है, उनमें से एक पर तृणमूल कांग्रेस, दूसरे पर भाजपा और तीसरे पर कांग्रेस का कब्जा था।
लोकसभा चुनावों के बाद राज्य में यह पहला मौका है जब ये दोनों राजनीतिक दल चुनावी मैदान में एक-दूसरे के आमने-सामने हैं। जिन तीन सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना हो रही है, उनमें से एक पर तृणमूल कांग्रेस, दूसरे पर भाजपा और तीसरे पर कांग्रेस का कब्जा था।
इन सीटों पर उपचुनाव
– पश्चिम मेदिनीपुर जिले की खड़गपुर,
– नदिया जिले की करीमपुर
– उत्तर दिनाजपुर की कालियागंज सीटें शामिल हैं। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की 18 सीटों पर जीत हासिल करने वाली बीजेपी और प्रदेश की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के लिए बंगाल की तीन सीटों पर उपचुनाव की मतगणना अग्निपरीक्षा जैसी है।
– पश्चिम मेदिनीपुर जिले की खड़गपुर,
– नदिया जिले की करीमपुर
– उत्तर दिनाजपुर की कालियागंज सीटें शामिल हैं। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की 18 सीटों पर जीत हासिल करने वाली बीजेपी और प्रदेश की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के लिए बंगाल की तीन सीटों पर उपचुनाव की मतगणना अग्निपरीक्षा जैसी है।
आम चुनाव के बाद यह उपचुनाव राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने वाली बीजेपी की पहली परीक्षा थी, लेकिन शुरुआत नजीतों ने बीजेपी को बड़ा झटका दिया है।