दरअसल, माझेरहाट में फ्लाईओवर का हिस्सा गिरने से अबतक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। उसके बाद से इस हादसे पर सियायत जारी है। इस बात के लिए प्रदेश भाजपा ममता सरकार को इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहरा रही है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में रोज किसी न किसी को मौत को घाट उतारा जा रहा है, वहां के हालात में कोई क्यों बात नहीं करता। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने हादसे पर अपनी सरकार का बचाव करते हुए जम्मू और कश्मीर के हालात और वाराणसी में ब्रिज गिरने की घटना का हवाला दिया है। उन्होंने इस पर मीडिया को लताड़ते हुए कहा कि आप लोग वाराणसी और महाराष्ट्र में पुल गिरने पर सवाल नहीं करते सिर्फ बंगाल में पुल गिरने का मुद्दा उठाते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने पुल हादसे के लिए भाजपा की साजिश का नतीजा करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह हमारे हाथ में नहीं है, पुल का निर्माण कांग्रेस की सरकार में हुआ था और हमने कुछ भी गलत नहीं किया है।
इसके जवाब में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि मतता दीदी पीएम बनने के सपने देख रही हैं। उनके छोटे भाई, तृणमूल के नेता एवं मंत्री राज्य को लूटने में लगे हैं। उन्हें अपने पीएम बनने के लक्ष्य को अलग रखकर राज्य पर ध्यान देना चाहिए।
राज्य पीडब्ल्यूडी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक सरकार 54 साल पुराने जर्जर माझेरहाट पुल पर मरम्मत कार्य शुरू करने वाली थी और इस संबंध में निविदा मंगाई गई थी लेकिन नौकरशाही विवाद के चलते इसमें देरी हुई। मुख्यमंत्री ममता ने इस हादसे की जांच के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी गठन करने का एलान किया है। साथ ही हादसे में पीडब्लूडी की भूमिका की जांच भी की जाएगी।
आपको बता दें कि दक्षिण कोलकाता में डायमंड हार्बर रोड पर बना करीब 50 साल पुराना माझेरहाट पुल का एक हिस्सा मंगलवार शाम ढह गया। घटना में तीन लोगों की जान चली गई। कई लोग और वाहन इसकी चपेट में आ गए थे। साल 2013 के बाद से शहर में पुल ढहने की यह तीसरी बड़ी घटना है।