गौरतलब है कि बीते कई दिनों से टीएमसी के कई सांसदों और विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दिया है। बीते वर्ष दिसंबर में ममता बनर्जी के करीबी माने जाने वाले शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी को अलविदा कहकर भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद से टीएमसी विधायकों के इस्तीफे का दौर जारी है।
ये भी पढ़ें: West Bengal Election 2021: टीएमसी में शामिल होते ही यशवंत सिन्हा को बड़ी जिम्मेदारी, पार्टी में बढ़ा कद कुछ दिनों पहले टीएमसी के राज्यसभा सांसद और पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने भी पार्टी से इस्तीफा दे डाला था और भाजपा में शामिल हो गए थे। दिनेश त्रिवेदी ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए कहा था कि राज्य में हिंसा का माहौल जारी है, इस पार्टी में उनका दम घुट रहा है। उन्होंने कहा था कि पार्टी में बोलने के लिए कोई मंच नहीं है।
इस्तीफे के कुछ दिन बाद दिनेश त्रिवेदी भाजपा में शामिल हो गए थे और इसे जनता के परिवार जैसी पार्टी करार दिया था। उन्होंने आगे कहा था कि भाजपा में पार्टी की सेवा के लिए नहीं बल्कि जनता की सेवा के लिए काम किया जाता है।