भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एवं मीडिया विभाग के प्रभारी श्रीकांत शर्मा ने कहा कि पूर्व सैनिक ग्रेवाल की आत्महत्या दुर्भाग्यपूर्ण है और उससे ज्य़ादा दुर्भाग्यपूर्ण उनकी मौत पर राजनीति करना है
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज कहा कि कथित रूप से वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल की आत्महत्या पर जो लोग आज ट्रैफिक जाम कर लाशों परराजनीति कर रहे हैं, ये वही लोग हैं जिन्होंने 1973 में पूर्व सैनिकों से ओआरओपी छीनने और सैनिकों के वेतन में कटौती करने का काम किया था, इन्हें ओआरओपी पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एवं मीडिया विभाग के प्रभारी श्रीकांत शर्मा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार ने 10 साल तक वन रैंक वन पेंशन का मुद्दा टाला। बाद में देश को गुमराह करने के लिये चुनाव के पहले बजट में 500 करोड़ रुपये का प्रावधान कर दिया, जबकि मोदी सरकार ने अपनी चुनावी प्रतिबद्धता को पूरा करते हुए इसे लागू किया और इस पर सालाना 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक का भार वहन करने का फैसला किया। उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल से लाशों पर राजनीति छोड़ कर विकास और सुशासन के मुद्दे पर प्रतिस्पद्र्धा करने का आह्वान किया, उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक ग्रेवाल की आत्महत्या दुर्भाग्यपूर्ण है और उससे ज्य़ादा दुर्भाग्यपूर्ण उनकी मौत पर राजनीति करना है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक डूबता हुआ जहाज है और 2014 में जनता उसे उसकी गलत नीतियों के कारण खारिज कर चुकी है। कांग्रेस की नीति देश को लूटने की रही है और उसके राज में 12 लाख करोड़ रुपये की लूट हुई। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस उस हार को पचा नहीं पायी है और लगातार कुंठा की गर्त में डूब रही है। यह गांधी की कुंठा की पराकाष्ठा है कि वह लाशों पर राजनीति करने लगे हैं। चाहे वह किसी छात्र की हो या या किसी पूर्व सैनिक की। मौत किसी भी कारण से हुई हो, पर वह उसकी जलती चिता पर राजनीति की रोटियां सेंकने लगते हैं। उन्होंने कहा कि गांधी की तरह केजरीवाल भी झूठ बोलने और झूठ बेचने की विकृत मानसिकता से पीड़ित हैं। वह आतंकवादियों के मारे जाने पर आंसू बहाते हैं और सुरक्षा बलों की शहादत पर राजनीति करते हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरोध में देश के विरोध तक चले गये हैं और सुरक्षा बलों एवं सेना का मनोबल गिराने का काम कर रहे हैं। शर्मा ने कहा कि वह दोनों नेताओं को चुनौती देते हैं कि वे विकास और सुशासन के मुद्दे पर राजनीति में प्रतिस्पद्र्धा करें। कांग्रेस को आत्मचिंतन करना चाहिये और सोचना चाहिये कि आतंकवाद का संकट गंभीर है और आतंकवादी तबाही मचाने के लिये तत्पर हैं। देश सेना के पीछे खड़ा है तो वह क्यों सेना का मनोबल गिराने में लगी है। उन्होंने कहा कि वन रैंक वन पेंशन से 55-56 लाख पूर्व सैनिकों को फायदा हुआ है। कुछ मामलों में आर्थिक जटिलताओं की शिकायतों के समाधान के लिये एक न्यायिक आयोग बनाया गया था जिसने अपनी रिपोर्ट 26 अक्टूबर को सरकार को सौंपी है जिस पर सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि वन रैंक वन पेंशन सैनिकों का मूल अधिकार है और सरकार दो माह के अंदर सभी विसंगतियों को दूर करके सभी को लाभ देने के लिये प्रतिबद्ध है।