शिवसेना ने भाजपा नेताओं और कुछ दक्षिणपंथी संगठनों के बयान पर नाराजगी जताई, साथ ही मुंबई में लगे मीट बैन के खिलाफ भी आवाज उठाई
मुंबई। शिवसेना ने भाजपा नेताओं और कुछ दक्षिणपंथी संगठनों के बयान पर नाराजगी जताई है। हाल ही में भाजपा नेताओं और कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने हिंदुओं को चार बच्चे पैदा करने की नसीहत दी थी। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में छपे संपादकीय में भाजपा के केंद्रीय नेताओं से इस तरह की बयानबाजी पर सफाई मांगी है। साथ ही शिवसेना ने कहा है कि देश में जनसंख्या इतनी बढ़ गई है कि इससे जनसंख्या विस्फोट की स्थिति पैदा हो गई है और जिम्मेदार नेता अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं।
यही नहीं शिवसेना मुंबई में लगे मीट बैन के खिलाफ भी आवाज उठाई है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि वह शहर में मीट की खरीद-फरोख्त पर बैन नहीं लगने देंगे। आपको बता दें कि मुंबई में जैन धर्म के पर्यूषण पर्व के मौके पर मीट की बिक्री पर चार दिन का बैन लगाया गया है, जोकि अब सियासी रंग लेने लगा है। महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज भाजपा ने कहा है कि मांस की की बिक्री पर आठ दिनों के लिए प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए था। जबकि शिवसेना ने प्रतिबंध का विरोध किया है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने भी मीट की बिक्री पर लगी रोक का विरोध किया है।
हालांकि प्रतिबंध का विरोध होने के बाद मुंबई नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि मुंबई में पर्यूषण पर्व के मौके पर मांस की बिक्री पर रोक पहली बार नहीं लगी है। इसके अलावा सामना के ‘100 करोड़ हिंदु शोपीस हैं क्या?Ó हेडिंग के साथ छपे आर्टिकल में जाति के आधार पर हुई जनगणना के ताजा आंकडों का भी जिक्र किया गया है।
इन आंकड़ों को लेकर शिवसेना का मानना है कि भले ही जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक हिंदुओं की जनसंख्या में थोड़ी गिरावट आई है, लेकिन फिर भी देश में हिंदुओं की तादाद 100 करोड़ के करीब है, जबकि मुस्लिम आबादी करीब 17 करोड़ है।