शिवसेना का प्रदर्शन विपक्ष द्वारा राफेल सौदे और आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने की मांग के साथ गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। कार्यवाही दो बार स्थगित होने के बाद जैसे ही शुरू हुई कांग्रेस, तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और शिवसेना के सदस्य हंगामा व नारेबाजी करते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के आसन के समीप पहुंच गए। महाजन ने शिवसेना सदस्यों को शून्य काल के दौरान मुद्दे को उठाने की अनुमति दी। शिवसेना के आनंद राव अडसुल ने मांग की कि सरकार को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए अगले आम चुनाव से पहले अध्यादेश लाना चाहिए। जैसे ही अडसुल ने अपनी बात पूरी की। महाजन ने सदन की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया। प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्य सरकार विरोधी नारे लगाते हुए अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए। महाजन ने उनसे शून्य काल में मुद्दों को उठाने का आग्रह किया, लेकिन वे हंगामा करते रहे। उन्होंने नाम लेते हुए तेदेपा के एक सदस्य को चेतावनी भी दी, लेकिन पार्टी के सदस्यों ने आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग करते हुए विरोध करना जारी रखा। महाजन ने कहा, “मैं आपको चेतावनी दे रही हूं। अपनी सीटों पर जाएं। आपकी मांगों पर पूरी चर्चा हुई है। पिछले सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था।” लेकिन तेदेपा के सदस्य अपने हाथों में प्लैकार्ड थामे नारेबाजी करते रहे, जिस पर लिखा था, “हम न्याय चाहते हैं।” कांग्रेस के सदस्य राफेल सौदे की जांच कराने की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए सुने गए। जैसा कि हंगामा जारी रहा, महाजन ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी। संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार सुबह शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले संसद हमले की 17वीं बरसी पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
मोदी सरकार को शिवसेना की धमकी, राम मंदिर पर विधेयक नहीं लाए तो नहीं चलने देंगे संसद शहीदों को श्रद्धांजलि के बाद राज्यसभा स्थगित
संसद सद के ऊपरी सदन राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार सुबह शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले संसद हमले की 17वीं बरसी पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। राज्यसभा की कार्यवाही जैसी ही शुरू हुई, कुछ सदस्य सभापति के आसन के पास प्लेकार्ड लेकर खड़े हो गए और अपने मुद्दों पर चर्चा की मांग करने लगे। सभापति एम. वेंकैया नायडू ने उनकी मांगों को खारिज कर दिया। सांसदों का विरोध जारी रहा, जिस बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
संसद सद के ऊपरी सदन राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार सुबह शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले संसद हमले की 17वीं बरसी पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। राज्यसभा की कार्यवाही जैसी ही शुरू हुई, कुछ सदस्य सभापति के आसन के पास प्लेकार्ड लेकर खड़े हो गए और अपने मुद्दों पर चर्चा की मांग करने लगे। सभापति एम. वेंकैया नायडू ने उनकी मांगों को खारिज कर दिया। सांसदों का विरोध जारी रहा, जिस बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।