Winter Session Of Parliament
नई दिल्ली। बुधवार को जैसे ही संसद का सत्र शुरू हुआ वैसे ही विपक्ष ने लोकसभा में नोटबंदी और नगरोटा में हुए आतंकी हमले को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। इस दौरान प्रधानमंत्री भी सदन में मौजूद थे। राज्य सभा में भी कमोबेश यही हाल रहा। विपक्ष ने मांग की कि नोटबंदी के दौरान जान गंवाने वाले लोगों को सरकार मुआवजा दे। दोनों सदनों में हंगामे के कम होने के आसार नजर नहीं आ रहे थे जिसके बाद राज्यसभा और लोकसभा दोनों की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
जेटली और शरद यादव में हुई नोंक-झोंक
सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद नोटबंदी के कारण मरने वाले लोगों पर शोक प्रस्ताव पारित करने की मांग का समर्थन करते हुए शरद यादव ने कहा कि सरकार को इस बारे में संवेदनशील होना चाहिए। कतारों में लगे बुजुर्ग, महिला और बच्चों की मौत हो रही है। इस पर तमतमाते हुए जेटली अपनी सीट से खड़े हो गये और उन्होंने कहा कि यादव को नोटबंदी पर पहले अपनी पार्टी में चर्चा कर लेनी चाहिए और यह जांच लेना चाहिए कि क्या उनकी पार्टी उनके साथ है। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मेज थपथपाकर जेटली का समर्थन किया। यादव भी जेटली की बात सुनकर तैश में आ गए और कहा कि क्या आपके प्रधानमंत्री आपके साथ हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी पर उनकी पार्टी का रुख साफ है। पार्टी नोटबंदी के बाद जनता को हो रही परेशानियों का विरोध करती है।
राज्यसभा की कार्यवाही दोबारा 12 बजे शुरू हुई लेकिन विपक्ष के हंगामें के कारण इसे दो बजे के लिए स्थगित करना पड़ा। विपक्ष नगरोटा और नोटबंदी के मसले पर हंगामा कर रहा था।