मंदिरों में आयोजन जारी
प्रतापगढ़ शहर समेत जिले में जैन दिगम्बर समाज के पर्युषण पर्वजारी है। इसके तहत रोजाना कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। खेरोट के आदिनाथ मंदिर में गुरुवार को भगवान का अभिषेक किया गया। जिसमें कई श्रद्धालुओं ने भाग लिया।पर्व के सातवें दिन गुरुवार को उत्तम तप धर्म की पूजा की और दूध का त्याग किया गया।
ब्रह्मचारी निलेश भैया ने बताया कि कर्म रूपी पर्वत को नष्ट करने के लिए तप वज्र के समान है। तप आत्मा को शुद्ध करता है। इसके साथ ही जीवन को पवित्र बनाने के लिए तप का मार्ग अपनाना चाहिए। क्योंकि विषयों का त्याग करना आसान नहीं है। जो तप करता है। वहीं इनसे बच सकता है। तप के मार्ग से ही जीवन-मरण के भटकाव से मुक्ति मिलेगी। शहर के धानमंडी स्थित दिगंबर जैन समाज के ऋषभदेव मंदिर में मंडल विधान की रचनाओं की झांकी भी सजाई गई। शाम को हुई आरती में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। जिसमें कई गांवों से श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
प्रतापगढ़ शहर समेत जिले में जैन दिगम्बर समाज के पर्युषण पर्वजारी है। इसके तहत रोजाना कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। खेरोट के आदिनाथ मंदिर में गुरुवार को भगवान का अभिषेक किया गया। जिसमें कई श्रद्धालुओं ने भाग लिया।पर्व के सातवें दिन गुरुवार को उत्तम तप धर्म की पूजा की और दूध का त्याग किया गया।
ब्रह्मचारी निलेश भैया ने बताया कि कर्म रूपी पर्वत को नष्ट करने के लिए तप वज्र के समान है। तप आत्मा को शुद्ध करता है। इसके साथ ही जीवन को पवित्र बनाने के लिए तप का मार्ग अपनाना चाहिए। क्योंकि विषयों का त्याग करना आसान नहीं है। जो तप करता है। वहीं इनसे बच सकता है। तप के मार्ग से ही जीवन-मरण के भटकाव से मुक्ति मिलेगी। शहर के धानमंडी स्थित दिगंबर जैन समाज के ऋषभदेव मंदिर में मंडल विधान की रचनाओं की झांकी भी सजाई गई। शाम को हुई आरती में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। जिसमें कई गांवों से श्रद्धालुओं ने भाग लिया।