प्रतापगढ़

तीन माह बाद भी नहीं आई एक भी पीडि़ता

एक वर्ष पहले बंद हुआ था केन्द्रक्षेत्र में इसकी आवश्यकता को देखते हुए जिला चिकित्सालय परिसर में

प्रतापगढ़Apr 18, 2019 / 11:35 am

Rakesh Verma

pratapgarh


एक वर्ष पहले बंद हुआ था केन्द्र
क्षेत्र में इसकी आवश्यकता को देखते हुए जिला चिकित्सालय परिसर में खोला है केन्द्र
जिले में इसके प्रचार-प्रसार की आवश्यकता
प्रतापगढ़. यहां जिला चिकित्सालय परिसर में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से तीन माह पहले खोले गए वन स्टॉप सेन्टर (सखी) में अभी तक एक भी पीडि़ता नहीं पहुंची है। हालांकि इसके लिए विभाग की ओर से सेंटर पर एक काउंसर और सहायक कर्मचारी को नियुक्त किया गया है। लेकिन क्षेत्र में इस सेंटर की पीडि़ताओं के लिए उपयोगिता को लेकर प्रचार-प्रसार आदि का अभाव है।
गौरतलब है कि यहां एक वर्ष पहले यह केन्द्र बंद हो गया था। इस पर क्षेत्र की पीडि़त महिलाओं को उचित और समय पर न्याय मिलने के उद्देश्य को देखते हुए जिला कलक्टर के निर्देश पर तीन माह पहले १९ जनवरी को यह केन्द्र खोला गया था। इसके लिए यहां एक काउंसर और एक सहायक कर्मचारी को लगाया गया था। लेकिन यहां अभी कोई भी पीडि़ता नहीं पहुंची है।
इसके पीछे जिले में सेंटर के बारे में प्रचार-प्रसार नहीं होना सामने आया है। इस सेंटर की उपयोगिता अब तक जिले के सुदूर गांवों में नहीं पहुंच सकी है। ऐसे में सेंटर के बारे में जागरुकता की भी आवश्यकता है।
यह है सेंटर का उद्देश्य
इसका उद्देश्य उत्पीडि़त महिलाओं को जरूरत के मुताबिक एक ही स्थान पर चिकित्सा, पुलिस, विधिक एवं परामर्श संबंधी सहायता एकल खिडक़ी के माध्यम से उपलब्ध करवाना है। सेंटर का संचालन जिला कलक्टर की अध्यक्षता में बनी प्रबंधन कमेटी के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से एडवोकेट पैनल के जरिए नि:शुल्क विधिक सहायता प्रदान की जाती। यहां वन स्टॉप सेन्टर में महिला उत्पीडऩ एवं घरेलु हिंसा से पीडि़त महिला, बलात्कार की शिकार, कार्य स्थल पर यौन शोषण को मनोवैज्ञानिक परामर्श, पुलिस सहायता, कानूनी सलाह, आश्रय सुविधा एवं चिकित्सकीय सुविधा को एक ही स्थान पर नि:शुल्क उपलब्ध कराना है। वन स्टॉप सेन्टर पर परामर्श दाताओं द्वारा २४ घण्टे सेवाएं उपलब्ध है।
उत्पीडि़त महिलाओं को मिले न्याय
यहां जिले में एक वर्ष पहले सेंटर बंद हो गया था। इसे वापस शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य विभिन्न प्रकार से पीडि़त महिलाओं को समय और पूर्ण न्याय मिले। यहां सेंटर खुलने के बाद अभी तक कोई मामला नहीं आया है। हम प्रयास कर रहे है कि सेंटर का प्रचार-प्रसार किया जाए।
मंजू परमार
उप निदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग, प्रतापगढ़
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.