आचार्य का प्रतापगढ़ के लिए विहार
प्रतापगढ़Published: Jun 25, 2017 07:16:00 pm
धरियावद नगर के जैन चन्द्रप्रभू मंदिर परिसर में रविवार दोपहर श्वेताम्बर समाज आचार्य विश्वरत्न सागर सुरीश्वर ने महामांगलिक सुनाई।
धरियावद नगर के जैन चन्द्रप्रभू मंदिर परिसर में रविवार दोपहर श्वेताम्बर समाज आचार्य विश्वरत्न सागर सुरीश्वर ने महामांगलिक सुनाई। जिसे सुनने के हजारों की संख्या में श्रावक श्रविकाएं उपस्थित थे। इसके बाद शाम को आचार्य विश्वरत्न ने प्रतापगढ़ के लिए मंगल विहार किया। महामांगलिक के दौरान आचार्य ने महामांगलिक से होने वाले फायदों एवं लाभ के बारे में बताया। कहा कि महामांगलिक श्रवणमात्र से मानव के बड़े से बड़े कष्ट व संकट दूर हो जाते हैं।
मानव को दिल में एक दूसरे के प्रति वैरभाव के स्थान पर दया एवं सहयोग की भावना रखनी चाहिए।
तभी समाज विकसित होकर आगे बढ़ेगा। इस दौरान अहमदाबाद से आए संगीतकार त्रिलोकभाई मोदी के संगीतमय धुन एवं गीत प्रस्तुत किए।
महामांगलिक के पश्चात गुरूदेव के पूजन की बोली का लाभ वारामती महाराष्ट्र निवासी संतोषभाई टाटिया परिवार ने उठाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाराष्ट्र मुम्बई निवासी किशनलाल लोढ़ा, विपिन मामा, वारामति निवासी सुभाष कुमार एवं नीलेश मुथा थे। जिनका श्ववेताम्बर समाज श्रीसंघ के नेमकुमार पामेचा एवं अन्य ने अभिनंदन किया।
कार्यक्रम में राजस्थान के उदयपुर, प्रतापगढ़, चितौडग़ढ़, बांसवाड़ा के अलावा मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात से बडी संख्या में श्रावक शामिल हुए। विधायक गौतमलाल मीणा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भानूप्रतापसिंह राणावत, पूर्व विधायक नगराज मीणा, सहित जनप्रतिनिधियों ने आचार्य श्री का आशीर्वाद लिया। आचार्य विश्वरत्न का 27 जून को प्रतापगढ़ में प्रवेश होगा। इस वर्ष चातुर्मास के लिए आगामी माह की 2 जुलाई को मध्यप्रदेश के मंदसौर में मंगलप्रवेश होगा। तथा अगली महामांगलिक 25 जुलाई को मंदसौर में होगी।