scriptशिक्षक के संस्कार व अध्यात्म से बालकों का सर्वाांगीण विकास | All-round development of children from the sacrament of the teacher an | Patrika News

शिक्षक के संस्कार व अध्यात्म से बालकों का सर्वाांगीण विकास

locationप्रतापगढ़Published: Sep 16, 2017 09:04:51 pm

Submitted by:

Rakesh Verma

शिक्षक संघों के सम्मेलन

pratapgarh
प्रतापगढ़. जिले में शिक्षक संघों के सम्मेलन शनिवार को सम्मन हुए। राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम का जिला शैक्षिक सम्मेलन शनिवार को पेंशनर भवन में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक हेमेन्द्र उपाध्याय के मुख्य आतिथ्य में हुआ। सम्मेलन की अध्यक्षता अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी डॉ.शान्तिलाल शर्मा ने की। सुरेश जोशी, आनन्दीलाल ठाकुर, अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी रामप्रसाद, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के विशिष्ट आतिथ्य में प्रारम्भ हुआ। सम्मेलन में मुख्य वक्ता प्रदेश महामंत्री माध्यमिक प्रेमशंकर जोशी ने संगठन की कार्य प्रणाली पर विस्तार से प्रकाश डाला।सरकार के साथ वार्ता में 7 वें वेतनमान व वेतन विसंगतियों में बनी सहमति के बारे में बताया। मुख्य अतिथि ने कहा कि शिक्षक संस्कारवान और आध्यिात्मिक होगा तो वह बालकों का संर्वागीण विकास करने में सक्षम होगा। सम्मेलन में जिला महामंत्री शत्रुध्र शर्मा, महिला मंत्री नीलम कटलाना, कान्ता खैरादी, मोतीलाल मेघवाल, महेशसिंह जाड़ावत सहित कई शिक्षक मौजूद थे।
राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय का जिला स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन का समापन शनिवार को हुआ। समारोह की अध्यक्षता प्रदेश आमंत्रित सदस्य गोपाललाल कुमावत, मुख्य अतिथि कर्मचारी महासंघ जिलाध्यक्ष हीरालाल कटारा, विशिष्ट अतिथि पूर्व जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार मीणा थे।उपशाखा अध्यक्ष देवीलाल मीणा ने बताया कि सम्मेलन के समापन अवसर पर चीनी सामग्री का बहिष्कार करने व स्वदेशी सामग्री का उपयोग करने व पीपी मोड़ पर विद्यालयों को देने का विरोध किया गया। साथ ही कई मांगो को लेकर को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार को भेजा गया।सम्मेलन समापन के मौके पर जिलाध्यक्ष गोपाललाल मीणा, जिला सभाध्यक्ष अरविन्दकुमार शर्मा सहित कई शिक्षक मौजूद थे।
राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत का जिला शैक्षिक सम्मेलन रघुनन्दन सत्संग भवन में आयोजित हुआ। सम्मेलन में मुख्य अतिथि डीडी उदयपुर भरत मेहता, मुख्य अतिथि अध्यक्ष भुवनेशप्रसाद भट्ट, मांगीलाल चंदेल, दयालप्रसाद सुथारख् पुष्पराज सिंह शक्तावत, यशवन्त पाण्डे अतिथि रहे। सम्मेलन के दौरान सभी अतिथियों को माला व साफा पहना कर स्वागत किया। मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में जिले के शिक्षकों को आह्वान किया कि शिक्षक समाज की गौरवपूर्ण कृति है और आपका शिक्षक संघ एकीकृत राज्य में अपनी सार्थक कार्य करने अलग ही पहचान बनाएं हुए है इसके साथ कई बाते बताई गई।
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