scriptVideo : बैरंग लौटी थी बारात, गुस्साए ग्रामीणों ने की गांव पर चढ़ोतरे की कोशिश | Barat had returned back , angry villagers combed other village | Patrika News
प्रतापगढ़

Video : बैरंग लौटी थी बारात, गुस्साए ग्रामीणों ने की गांव पर चढ़ोतरे की कोशिश

समय पर पहुंची पुलिस ने काबू में किए हालात, लौटे ग्रामीण
गांव के ही अन्य युवक के साथ भाग गई थी दुल्हन

प्रतापगढ़May 29, 2019 / 12:16 pm

Ram Sharma

pratapgarh

बैरंग लौटी थी बारात, गुस्साए ग्रामीणों ने की गांव पर चढ़ोतरे की कोशिश

प्रतापगढ़ .प्रतापगढ़ थाना क्षेत्र के चतरिया खेड़ी गांव में करीब पन्द्रह निद पहले पड़ोस के गांव मोरियानखेड़ी से आई बारात बैरंग वापस लौट गईथी। इस बात से खफा मोरियानखेड़ी के ग्रामीणों ने मंगलवार को चतरियाखेड़ा गांव पर चढ़ोतरा कर दिया। मोरियानखेड़ा गांव के करीब तीन-चार सौ आदिवासी लोग दूसरे गांव की ओर चलने लगे। हालांकि समय रहते इसकी सूचना पुलिस को मिल गई। इस पर प्रतापगढ़ पुलिस और सुहागपुरा पुलिस मौके पर पहुंची। आदिवासियों को गांव में पहुंचने से पहले ही रोक लिया गया। यहां दोनों पक्षों के बीच आपसी समझाइश कर मामला शांत कराया। कोतवाली थाना प्रभारी गोपाल चंदेल ने बताया कि 15 मई को चतरियाखेड़ी गांव में मोरियानखेड़ा गांव से एक बारात आई थी। इस दौरान गांव के कुछ लोगों ने बारतियों के साथ मारपीट की थी। इस दौरान बारात को बैरंग लौटा दी थी, जबकि दुल्हन को गांव का ही एक युवक लेकर भाग गया था। इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से परस्पर मामले दर्ज किए थे। इसमें कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया था। वहीं बिना दुल्हन के बारात लौटने के मामले में मोरियानखेड़ा के लोगों में आक्रोश था।इस मामले में मोरियानखेड़ा और चतरियाखेड़ी गांवों के बीच इस मामले में जातीय फैसला नहीं हुआ था। इसे लेकर मोरियानखेड़ा गांव के तीन-चार सौ लोगों ने मंगलवार दोपहर को चतरियाखेड़ी गांव पर चढ़ाई कर दी। इसकी सूचना पुलिस को मिलने पर जाप्ते और सुहागपुरा पुलिस थाने से जाप्ता, पुलिस लाइन से जाप्ता, एमबीसी मौके पर पहुंचा।
जहां दोनों पक्षों को अलग-अलग समझाइश कर विवाद को शांत कराया। थाना प्रभारी चंदेल ने बताया कि गांव में देर शाम तक बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।
आदिवासियों की अपनी परम्परा है चढोतरा
चढ़ोतरा और मौताणा आदिवासी समुदाय की पुरानी सामाजिक परम्परा है। समाज में जब भी किसी प्रकार का विवाद या अपराध होता है तो उसके लिए गांव के लोग एकत्र होकर मुआवजा मांगते हैं, यदि वह नहीं दिया जाता तो लोग इक_े होकर गांव को घेर लेते हैं और कथित आरोपियों के घरों में आग लगा देते हैं। हाल ही के दिनों में पारसोला और धरियावद जैसे इलाकों में चढ़ोतरा के कई प्रकरण सामने आए थे। ऐसे में पुलिस इन सूचनाओं के प्रति सतर्क रहती है।
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