scriptpratapgarh religion-आध्यात्म के साथ जीने की राह भी सिखाती है भागवत | Bhagwat also teaches the way to live with spirituality | Patrika News

pratapgarh religion-आध्यात्म के साथ जीने की राह भी सिखाती है भागवत

locationप्रतापगढ़Published: Jan 15, 2022 08:10:21 am

Submitted by:

Devishankar Suthar

कुलथाना. निकटवर्ती बिलेसरी गांव में आयोजित भागवत कथा की पूर्णाहुति शुक्रवार को हुई। जिसमें कई ग्रामीणों ने धर्मलाभ लिया। यहां गत सात दिनों से कथा वाचक अपर्णा नागदा मेनारिया ने कथा का वाचन किया।

pratapgarh religion-आध्यात्म के साथ जीने की राह भी सिखाती है भागवत

pratapgarh religion-आध्यात्म के साथ जीने की राह भी सिखाती है भागवत

pratapgarh religion-निकटवर्ती बिलेसरी गांव में आयोजित भागवत कथा की पूर्णाहुति शुक्रवार को हुई। जिसमें कई ग्रामीणों ने धर्मलाभ लिया। यहां गत सात दिनों से कथा वाचक अपर्णा नागदा मेनारिया ने कथा का वाचन किया। यहां पूर्णाहुति पर कथा में बताया कि कथा कभी समाप्त नहीं होती, कथा का विश्राम होता है। आज यहां तो कल कहीं और शुरू होगी।
परमेश्वरसिंह ने बताया कि कथा में उन्होंने बतायाकि भागवत का अर्थ है भक्ति, ज्ञान वैराग्य और तारण। भागवत न सिर्फ आध्यात्म सिखाती है, बल्कि भागवत से जीवन जीने की राह भी मिलती है। भागवत का आध्यात्मिक अर्थ भा से भक्ति, ग से ज्ञान, व का मतलब वैराग्य और त से तत्व है। गृहस्थ गृहस्थ जीवन में भी रहकर वैराग्य धारण कर सकते हैं। कैसे कर सकते हैं, ये कला भागवत में है। जन्म लिया, पढऩे के बाद कमाया, खाया और जीवन का अंत हो जाता है। कई बार मालूम ही नहीं लगता कि जीवन का उद्देश्य क्या है। भागवत यही कला सिखाती है। त्याग, तपस्या, मोक्ष के साथ जीवन जीने की सही राह भागवत की बताती है। सद्गुणों और सतकर्म को हमने जीवन में कितना उतार लिया है। ये मंथन करने का विषय रहता है। कैसे उतार सकते हैं, ये कला भी भागवत सिखाती है। ज्ञान के साथ वैराग्य की भी उत्पत्ति होती है। इसके बाद वैराग्य मजबूत होने पर धीरे-धीरे परमात्मा की प्राप्ति होती है। अगर कलयुग में भगवान को रिझा लिया जाए तो किसी के सामने झुकने की जरूरत नहीं होती है।
यदि मन में प्रकाश होता है, तो व्यक्ति के चेहरे पर कभी मायूसी नहीं आती है। जो व्यक्ति भगवान के भजन करता है, तो भगवान सदा के लिए उसके हो जाते है। सुदामा चरित्र की कथा का वर्णन भी किया गया। कुलथाना के प्रकाशदास वैरागी ने बताया कि इस मौके बिलेसरी के साथ कई गांवों से श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
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शिवना नदी पर स्टॉप डेम के लिए १० लाख की स्वीकृति
कुलथाना.
निकटवर्ती बिलेसरी के पास शिवना नदी पर स्टॉप डेम के लिए 10 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। यह स्वीकृति विधायक रामलाल मीणा ने दी है।
यहां विधायक दौरे पर यह स्वीकृति जारी की है। कुलथाना उप सरपंच दिग्विजयसिंह ने बताया कि इस मौके पर ब्लॉक अध्यक्ष कमल गुर्जर, अरनोद प्रधान समरथ मीणा, सरपंच चंदा मीणा आदि उपस्थित थे।

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