जिसके चलते यहां पुलिया से गुजरने वाले वाहनों एवं राहगीरों को काफी सर्तकता के साथ आवागमन करना पड़ रहा हैं। ऐसे में जरा सी लापरवाही या ध्यान चूकने पर नदी के अंदर गिरने या चट्टानों पर गिरने का अंदेशा हर पल बना हुआ हैं। पुलिया पर सुरक्षा को लेकर संबंधित विभाग द्वारा बरसों पूर्व नदी पुलिया के दोनो छोर पर छोटे छोटे सीमेंट पिलर बनाए गए थे। लेकिन वर्तमान में दोनों छोर पर कही पिलर टूट चुके तथा कुछ काफी कमजोर हो चुके। पुलिया के दोनों छोर पर लोहे की रेलिंग एवं सुरक्षात्मक उपाय के लिए कई बार संबंधित विभाग व प्रशासन, जनप्रतिनिधियों को अवगत करवाया गया। इसके बावजूद कोई ध्यान नहीं दिया गया।
पेचवर्क, फिर भी उखडी सडक़:- इतना ही नहीं उक्त नदी पुलिया पर डेढ़ वर्ष पूर्व अगस्त 2020 के अंतिम सप्ताह में नदी की पुलिया से गुजरे पानी के चलते पुलिया पर लगे पिलर एवं सडक उखड़ चुकी थी। जिसके बाद आमजन की मांग के बाद संबंधित विभाग ने दुबारा पिलर बनाए। पुलिया पर सडक़ का पेचवर्क करवाया। लेकिन जो महज कुछ समय बाद ही उखड गया।