प्रतापगढ़

तपती दोपहरी में स्कूल से लौटने को मजबूर बच्चे

– स्कूलों में नहीं बदला समय

प्रतापगढ़May 02, 2019 / 10:44 am

Ram Sharma

तपती दोपहरी में स्कूल से लौटने को मजबूर बच्चे

दोपहर एक बजे होती है स्कूलों की छुट्टी
प्रतापगढ़. जिले में गर्मी चरम पर है। तापमापी का पारा 45 डिग्री तक पहुंच चुका। भीषण गर्मी ने लोगों की दिनचर्या में बदलाव लाने को मजबूर कर दिया। लोग दोपहर में बाहर निकलने से बचने लगे हैं। सडक़ें और बाजार भी दोपहर में सूने हो जाते हैं, लेकिन स्कूली बच्चों की दिनचर्या में कोई फर्क नहीं आया है। उन्हें अब भी तपती दोपहरी में ही पसीने से लथपथ होकर घर लौटना पड़ रहा है, क्योंकि शिक्षा विभाग ने स्कूलों का समय नहीं बदला है।
अभी सरकारी स्कूलों का समय सुबह 7.30 बजे से एक बजे तक का है। एक बजे गर्मी अपने चरम पर होती है। ऐसे में बच्चों को धूप और लू के थपेड़ों के बीच ही स्कूल से घर जाना पड़ता है। शहरी क्षेत्र में निजी स्कूलों की संख्या अधिक है। यहां निजी स्कूलें ने अपने बच्चों को लाने -ले जाने के लिए बसें और परिवहन के अन्य साधन लगा रखे हैं, इसलिए उन्हें ज्यादा परेशानी नहीं होती। लेकिन शहर में भी सरकारी स्कूलों मेें बच्चों की दोपहर में हालत खराब हो जाती है। सरकारी स्कूलों में वैसे भी गरीब तबके के बच्चे ज्यादा पढ़ते हैं। कई बच्चों नंगे पैर स्कूल आते जाते हैं। ऐसे में उनके लिए गर्मियों का समय निकालना भारी पड़ता है।
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ग्रामीण क्षेत्र में परेशानी ज्यादा
गांवों में अधिकांश बच्चे सरकारी स्कूलों पर निर्भर हैं। इन स्कूलों की दूरी आमतौर पर घरों से एक-दो किलोमीटर तक होती है। ऐसे में बच्चों को दोपहर में पैदल चलना पड़ता है। अधिकतर सरकारी स्कूलों में पंखों की सुविधा भी नहीं होती। वहां भी बच्चों को गर्मी में ही दिन बिताना पड़ता है। उनकी असली परीक्षा स्कूल की छुट्टी के समय होती है, जब दोहपर एक बजे बच्चे स्कूल से छूटते हैें। उस समय धूप तेज होती है। गर्म हवाएं भी खूब चलती है। ऐसे में बच्चों के लिए घर तक पहुंचना एक युद्ध जीतने के बराबर हो जाता है।
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दो घंटे तक कम हो सकता है समय
प्रदेश के कई जिलों में गर्मी को देखते हुए स्कूलों का समय बदल दिया गया है। लेकिन प्रतापगढ़ में ऐसा नहीं किया गया। जबकि यहां इन दिनों अन्य जिलों के मुकाबले गर्मी भी ज्यादा ही पड़ी है। पिछले दिनों तापमान 45 डिग्री तक पहुंच गया था। हालांकि दो दिन से थोड़ी राहत है। अभिभावकों का मानना है कि गर्मी के दौरान स्कूलों की समयावधि एक से दो घंटे कम कर दी जाए तो बच्चों को राहत मिल सकती है। बारह बजे या उससे पहले स्कूलों की छुट्टी हो जाए तो उन्हें गर्मी की मार कम झेलनी पड़ेगी।
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अब तो थोड़े दिन ही चलेंगे स्कूल
जिले में अब कुछ दिन बाद गर्मी की छुट्टियां शुरू हो जाएंगी। वैसे भी इन दिनों शादी विवाह के सीजन के चलते बच्चे कम आ रहे हैं। इसलिए स्कूलों का समय नहीं बदला।
– डॉ शांतिलाल शर्मा ,जिला शिक्षाअधिकारी, माध्यमिक शिक्षा, प्रतापगढ़

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