निगम कर्मचारियों ने दिया धरना प्रतापगढ़ राजस्थान विद्युत श्रमिक महासंघ की ओर से गुरुवार को विद्युत निगम कार्यालय के सामने धरना दिया गया। कार्यकारी जिलाध्यक्ष श्याम जाटव ने बताया कि एक दिवसीय धरने के बाद विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। विद्युत् श्रमिक महासंघ की 21 सूत्रीय मांगों के समर्थन में धरना दिया गया। जिसमे मुख्य मांग विद्युत निगम का निजीकरण, तकनिकी कर्मचारियों की 2400 ग्रेड पे, मेडिक्लेम पॉलिसी, फीडर इंचार्ज पोस्ट को सर्विस बुक में इंद्राज करने आदि मांगें शामिल है। इस मौके पर जिला संरक्षक युसूफ मोहमद, जिला सलाहकार डूंगरसिंह, जिला महामंत्री राजहंस किकावट, जिला अध्यक्ष हेमेंद्रसिंह राव, ब्रजमोहन मीणा आदि मौजूद थे।
ठेकेदार-पार्षदों की लड़ाई में रूक न जाए विकास
पिछले दो-तीन दिनों से नगरपरिषद ठेकेदारों और पार्षदों के बीच वार्डों में चल रहे निर्माण कार्यों की पार्षदों से तस्दीक को लेकर अंर्तद्वंद थम नहीं रहा है। ठेकेदार जहां पार्षदों से निर्माण कार्य की तस्दीक को अवैधानिक बताते हुए इसे बंद करने पर अड़े हैं, वहीं पार्षद इन आरोपों को निराधार बता रहे हैं। ठेकेदारों ने कोई समाधान नहीं होने पर एक जुलाई से शहर में निर्माण कार्य बंद करने की चेतावनी दे रखी है। ऐसे में यदि जल्द समस्या का माकूल हल नहीं निकला तो निर्माण कार्य बंद होने पर शहर का विकास अवरुद्ध हो सकता है।
बोर्ड बैठक में लिया था प्रावधान
राज्य की कुछ और नगर निकायो के अनुसरण में नगरपरिषद की गत वर्ष आयोजित बोर्ड बैठक में सभी पार्षदों की सहमति से शहर के वार्डों में चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कार्य पूर्ण होने पर पहली बार पार्षदों की तस्दीक कराने का प्रस्ताव लिया गया था। जिसके अनुसार निर्माण कार्य पूरा होने पर नगरपरिषद के तकनीकी अधिकारी के जांच के बाद बिल प्रस्तुत करने से पहले पार्षद के गुणवत्ता से संतुष्ट होने के लिए उसकी तस्दीक जरुरी की गई। ताकि गुणवत्ता पर नियंत्रण रह सके। तस्दीक के बाद ही निर्माण कार्य का बिल पास हो सकता है।
राज्य की कुछ और नगर निकायो के अनुसरण में नगरपरिषद की गत वर्ष आयोजित बोर्ड बैठक में सभी पार्षदों की सहमति से शहर के वार्डों में चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कार्य पूर्ण होने पर पहली बार पार्षदों की तस्दीक कराने का प्रस्ताव लिया गया था। जिसके अनुसार निर्माण कार्य पूरा होने पर नगरपरिषद के तकनीकी अधिकारी के जांच के बाद बिल प्रस्तुत करने से पहले पार्षद के गुणवत्ता से संतुष्ट होने के लिए उसकी तस्दीक जरुरी की गई। ताकि गुणवत्ता पर नियंत्रण रह सके। तस्दीक के बाद ही निर्माण कार्य का बिल पास हो सकता है।
गुणवत्ता नहीं दिखने पर करते हैं शिकायत
वार्ड पार्षदों के अनुसार कार्य में गुणवत्ता नहीं होने पर वे शिकायत करते हैं। कार्य की गुणवत्ता में सुधार होने पर ही तस्दीक की जाती है। इससे कार्यों की गुणवत्ता में सुधार आया है। ऐसे में कार्यों की गुणवत्ता के लिए तस्दीक कार्य जरुरी है।
वार्ड पार्षदों के अनुसार कार्य में गुणवत्ता नहीं होने पर वे शिकायत करते हैं। कार्य की गुणवत्ता में सुधार होने पर ही तस्दीक की जाती है। इससे कार्यों की गुणवत्ता में सुधार आया है। ऐसे में कार्यों की गुणवत्ता के लिए तस्दीक कार्य जरुरी है।